पंजाब सरकार ने कर्मचारियों की छुट्टी नकदीकरण को बंद कर दिया है। इसके अलावा पेंशन नियमों में संशोधन कर दिया गया है। साथ ही सार्वजनिक स्कूलों को एनजीओ को सौंपने का फैसला किया है।
Pakistan Government pen down strike: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सरकारी विभागों के कर्मचारियों का हड़ताल चौथे दिन भी जारी रहा। कर्मचारियों ने मांगें पूरी होने तक काम पर लौटने से इनकार कर दिया है। पंजाब प्रांत में कर्मचारियों व शिक्षकों के हड़ताल की वजह से ऑफिसों में कामकाज और स्कूलों में पढ़ाई पूरी तरह से बाधित है। सरकार के मान मनौव्वल के बाद भी बिना मांग पूरी किए, सरकारी कर्मी काम पर लौटने को तैयार नहीं हैं।
दरअसल, पंजाब सरकार ने कर्मचारियों की छुट्टी नकदीकरण को बंद कर दिया है। इसके अलावा पेंशन नियमों में संशोधन कर दिया गया है। साथ ही सार्वजनिक स्कूलों को एनजीओ को सौंपने का फैसला किया है। प्रांतीय सरकार के इन निर्णयों के बाद कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। कर्मचारी अपनी मांगें पूरी होने तक हड़ताल खत्म करने को राजी नहीं हैं।
सरकार के फैसले के खिलाफ ऑल गवर्नमेंट एम्प्लॉइज ग्रैंड अलायंस (AGEGA) ने हड़ताल का आह्वान किया है। यह सरकारी कर्मचारियों, शिक्षकों और राजस्व अधिकारियों का संयुक्त संगठन है। एजीईजीए की अपील पर राज्यभर के स्कूल और सरकारी दफ्तर बंद रहे।
लाहौर पुलिस ने धरना दे रहे कर्मचारियों को किया अरेस्ट
लाहौर पुलिस ने कई सरकारी विभागों के पास धरना दे रहे कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनको हिरासत में ले लिया। कई जगह कर्मचारियों ने चक्का जाम भी किया। लाहौर में स्वास्थ्य, शिक्षा और उच्च शिक्षा सहित पंजाब सरकार के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले कुल 34 संगठन, साथ ही ऑल पाकिस्तान क्लर्क एसोसिएशन (एपीसीए) के सदस्यों ने धरना दिया।
डॉन के अनुसार, कुछ महिलाएं जो विरोध का हिस्सा थीं, उन पर कथित तौर पर लाठीचार्ज किया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सोशल मीडिया पर प्रसारित तस्वीरों और वीडियो में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करते हुए दिखाया गया है। पुलिसकर्मियों को उन छात्रों पर अत्याचार करते भी देखा जा सकता है जो अपने शिक्षकों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए वहां पहुंचे थे।
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