पापुआ न्यू गिनी के पीएम जेम्स मारापे ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि प्रशांत द्वीप समूह के देश अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के नेतृत्व का समर्थन करते हैं।
पोर्ट मोरेस्बी। पापुआ न्यू गिनी (PNG) में FIPIC (Forum for India Pacific Islands Cooperation) का शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ। FIPIC में 14 प्रशांत द्वीप देश शामिल हैं। सम्मेलन में पापुआ न्यू गिनी के पीएम जेम्स मारापे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि प्रशांत द्वीप देश भारत के नेतृत्व में चलने को तैयार हैं।
जेम्स मारापे ने कहा कि प्रशांत द्वीप समूह के देश नरेंद्र मोदी को ग्लोबल साउथ का लीडर मानते हैं। वे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के नेतृत्व का समर्थन करेंगे। रूस-यूक्रेन जंग के चलते हो रही परेशानी का जिक्र करते हुए जेम्स मारापे ने कहा, "हम ग्लोबल पावर प्ले के पीड़ित हैं। आप (पीएम मोदी) ग्लोबल साउथ के नेता हैं। ग्लोबल फोरम्स में हम आपके (भारत) नेतृत्व का समर्थन करेंगे।"
प्रशांत द्वीप समूह के देशों को भुगतना पड़ रहा युद्ध का खामियाजा
जेम्स मारापे ने रूस यूक्रेन संकट के चलते बढ़ी महंगाई का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रशांत द्वीप समूह के देशों को युद्ध का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। यहां ईंधन और बिजली की लागत बढ़ गई है। उन्होंने नरेंद्र मोदी से G20 और G7 जैसे मंचों पर छोटे द्वीप देशों की सक्रिय आवाज बनने का आग्रह किया।
मारापे ने कहा कि हम प्रशांत के छोटे देश हैं। हमारी भूमि और जनसंख्या छोटी हो सकती है, लेकिन प्रशांत क्षेत्र में हमारा क्षेत्र और स्थान बड़ा है। दुनिया व्यापार, वाणिज्य और आवाजाही के लिए इस क्षेत्र का उपयोग करती है। हम चाहते हैं कि आप हमारे वकील बनें। आप G20 और G7 की बैठकों में छोटी और उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं के अधिकारों के लिए लड़ना जारी रखें।