
Hongqi L5 Xi Jinping Official Car: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के तियानजिन में आयोजित SCO शिखर सम्मेलन 2025 में एक अनोखे अंदाज में प्रवेश किया। मोदी इस बार चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पसंदीदा 'रेड फ्लैग' होंगकी L5 में सवार हुए। ये कार न सिर्फ विलासिता और सुरक्षा का प्रतीक है, बल्कि चीन के कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेताओं के लिए 1958 में बनाई गई थी, जिसे आज भी राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपनी आधिकारिक यात्राओं के लिए इस्तेमाल करते हैं।
होंगकी L5 को चीन की 'रॉल्स रॉयस' कहा जाता है। इसकी लंबाई 5.5 मीटर है, और इसमें 6.0-लीटर V12 टर्बो चार्ज्ड इंजन लगा है, जो 400 हॉर्सपावर की शक्ति देता है। टॉप स्पीड लगभग 220 किमी/घंटा सीमित है। इस कार का इंटीरियर पूरी तरह हैंडक्राफ्टेड है, जिसमें नैपा लेदर सीट्स, ट्रिपल स्क्रीन डैशबोर्ड, असली जेड और 253 रंगों की एम्बिएंट लाइटिंग शामिल हैं।
होंगकी L5 में VIP आराम के लिए मसाज सिस्टम, फ्रिज, टीवी स्क्रीन और प्राइवेट कनेक्टिविटी सिस्टम हैं। यह कार बुलेटप्रूफ और ब्लास्ट-रेजिस्टेंट है। पंचर होने पर भी कार चल सकती है, इसमें एडवांस कम्युनिकेशन और जैमिंग सिस्टम लगे हुए हैं। ये सारी विशेषताएं इसे दुनिया की सबसे सुरक्षित और प्रीमियम वीआईपी कारों में शामिल करती हैं।
होंगकी L5 केवल विलासिता की प्रतीक नहीं है, बल्कि सुरक्षा और एडवांस टेक्नोलॉजी का संगम है। इसमें शामिल हैं:
इस कार की कीमत 5 से 6 करोड़ रुपए के बीच है। 1958 से यह चीन की सरकारी कंपनी FAW (First Automotive Works) द्वारा बनाई जा रही है। होंगकी L5 का महत्व केवल विलासिता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह मेड इन चाइना का प्रतीक और राजनीतिक शक्ति का आइकन भी है।
होंगकी L5 का चयन सिर्फ सुरक्षा और विलासिता के लिए नहीं, बल्कि राजनीतिक और सांस्कृतिक प्रतीक के तौर पर भी किया जाता है। यह कार चीन की शक्ति, तकनीक और इतिहास का प्रतिनिधित्व करती है। SCO समिट में मोदी की इस कार में यात्रा ने वैश्विक मीडिया का ध्यान खींचा और चर्चा पैदा की कि भारत और चीन के नेताओं की मुलाकात में कितना प्रतीकात्मक महत्व है। होंगकी L5 में वीआईपी सुविधाओं, बुलेटप्रूफ बॉडी, हाई-स्ट्रेंथ स्टील और एडवांस कम्युनिकेशन सिस्टम जैसे फीचर्स इसे सिर्फ एक कार नहीं बल्कि शक्ति, विलासिता और सुरक्षा का प्रतीक बनाते हैं।
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