नरेंद्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए म्यूनिख पहुंचे हैं। वह जी-7 और साझेदार देशों के साथ बैठक करेंगे और अन्य मुद्दों के साथ ऊर्जा और आतंकवाद पर चर्चा करेंगे। जी-7 की बैठक 26 जून से 27 जून तक हो रही है। पीएम मोदी ने भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत भी की है।
म्यूनिख। जी-7 सम्मेलन (G-7 Summit) में शिरकत करने जर्मनी गए पीएम मोदी (ने प्रवासी भारतीयों के संबोधन में इमरजेंसी के दिनों को याद किया। रविवार को म्यूनिख में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आपातकाल भारत के जीवंत लोकतांत्रिक इतिहास में एक काले धब्बे की तरह है, लेकिन यह काला धब्बा सदियों पुरानी लोकतांत्रिक परंपराओं पर छाया हुआ था।
उन्होंने कहा कि आज का दिन एक और वजह से जाना जाता है। 47 साल पहले उस लोकतंत्र को बंधक बनाने, लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश की गई थी। जो लोकतंत्र हमारी शान है, जो हर भारतीय के डीएनए में है।
PM Modi ने कहा कि भारत के लोगों ने लोकतंत्र को कुचलने की सारी साजिशों का जवाब, लोकतांत्रिक तरीके से ही दिया। हम भारतीय कहीं भी रहें, अपनी डेमोक्रेसी पर गर्व करते हैं। हर हिंदुस्तानी गर्व से कहता है, भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है।
भारतीयों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले दशकों में आपने कड़ी मेहनत से यहां भारत की एक मजबूत छवि बनाई है। आप भारत की सफलता की कहानी और भारत की सफलताओं के ब्रांड एंबेसडर भी हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में, भारत अभूतपूर्व समावेशिता और इससे प्रेरित होने वाली करोड़ों आकांक्षाओं का साक्षी बन रहा है। भारत आज अभूतपूर्व संभावनाओं से भरा है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत 'चलता है' की मानसिकता से बाहर आ गया है। भारत का संकल्प है कि 'हम इसे अभी कर लेंगे'। भारत अब तैयार है। भारत प्रगति और विकास के लिए अधीर है। भारत अपने सपनों को पूरा करने के लिए अधीर है।
Argentina के प्रधानमंत्री से म्यूनिख में पीएम मोदी ने की मुलाकात
प्रवासी भारतीयों को संबोधित करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने म्यूनिख में अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज से मुलाकात की है। दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने विभिन्न मुद्दों पर काफी देर तक वार्ता कर एक दूसरे का सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
भारत के लोगों का भरोसा बढ़ रहा
जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने जर्मनी के म्यूनिख पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता भारत में एक जीवनशैली बन रही है। भारत के लोग, भारत के युवा देश को स्वच्छ रखना अपना कर्तव्य समझ रहे हैं। आज भारत के लोगों को भरोसा है कि उनका पैसा ईमानदारी से देश के लिए लग रहा है, भ्रष्टाचार की भेंट नहीं चढ़ रहा। पढ़िए पूरी खबर...
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