प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ऑस्ट्रेलियाई अखबार द ऑस्ट्रेलियन (The Australian) को इंटरव्यू दिया है। उन्होंने न्यूज पेपर से बातचीत के दौरान कई मुद्दों पर बेबाक राय रखी है।
PM Modi Interview. ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने The Australian अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि वे भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हमें ऐसा अवसर मिलेगा और दोनों देशों के संबंधों में नई ऊंचाई प्राप्त होगी। पीएम मोदी रूस की आलोचना न करने पर भी अपनी बात रखी है।
एक-दूसरे से जुड़े हैं भारत और ऑस्ट्रेलिया के हित
पीएम मोदी ने कहा हमें आगे बढ़ने के लिए अपनी क्षमता बढ़ाने की जरूरत है। लोकतांत्रिक देश होने के नाते भारत और ऑस्ट्रेलिया के हित आपस में जुड़े हुए हैं। हमारे आपसी विश्वास रक्षा मामलों में सहयोग तक पहुंच गए हैं और हमारी सेनाएं संयुक्त अभ्यास में भाग ले रही हैं। क्वाड का सदस्य होने के बाद भी परमाणु सबमरीन प्रोजेक्ट से भारत के बाहर होने के सवाल पर पीएम ने कहा कि यह पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया का फैसला है। ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने अमेरिका के साथ रक्षा सौदा किया है, जिसके तहत परमाणु ताकत से लैस पनडुब्बियों का बेड़ा तैयार किया जाएगा।
रूस की आलोचना न करने को लेकर क्या बोले पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जब यह पूछा गया कि यूक्रेन युद्ध के बाद भारत ने रूस की आलोचना नहीं की है। इससे भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों पर क्या असर पड़ेगा। इस पर पीएम ने कहा कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों को कोई नुकसान नहीं होने वाला है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया अपने स्तर पर रूस की आलोचना करता है। पीएम मोदी ने कहा कि अच्छा दोस्त होने का यही फायदा है कि हम फ्री होकर बात कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया भी भारत की स्थिति को समझता है। पीएम मोदी ने कहा कि इस यात्रा के बाद दोनों देश नए क्षेत्रों में भी आगे बढ़ेंगे। हम तकनीक, स्वच्छ ऊर्जा, खनिज और साइबर स्पेस के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करेंगे।
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