'मेड इन इंडिया' से लेकर भारत-कुवैत संबंधों तक...पढ़िए पीएम मोदी का इंटरव्यू

Published : Dec 21, 2024, 11:26 PM IST
PM Modi in Kuwait

सार

पीएम मोदी ने कुवैत में 'मेड इन इंडिया' उत्पादों की बढ़ती लोकप्रियता पर खुशी जताई, खासकर ऑटोमोबाइल और टेलीकॉम क्षेत्र में। उन्होंने भारत-कुवैत के मजबूत संबंधों और व्यापारिक साझेदारी पर भी ज़ोर दिया।

PM Modi interview to KuNA: कुवैत पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में कहा कि हम 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट्स को देखकर खुश हैं, विशेष रूप से ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल मशीनरी और टेलीकॉम सेक्टर्स में कुवैत में नई पैठ बना रहे हैं। भारत आज सबसे सस्ती लागत पर विश्व स्तरीय प्रोडक्ट्स का निर्माण कर रहा है।

भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कुवैत न्यूज एजेंसी को दिए गए अपने इंटरव्यू में भारत-कुवैत के द्विपक्षीय संबंधों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कामर्स और ट्रेड कुवैत और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों के महत्वपूर्ण स्तंभ रहे हैं जिससे दोतरफा व्यापार बढ़ रहा है। हमारी ऊर्जा साझेदारी हमारे द्विपक्षीय व्यापार में एक अद्वितीय मूल्य जोड़ती है।

1981 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद कुवैत पहुंचने वाले नरेंद्र मोदी पहले पीएम हैं। करीब 43 साल बाद कुवैत पहुंचे भारत के प्रधानमंत्री ने पहले दिन कुवैत में रहने वाले भारतीयों को संबोधित करने के अलावा गल्फ लेबर कैंप में पहुंचकर भारतीय कामगारों से मुलाकात की है।

कुनो को दिए गए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि हम 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट्स को देखकर खुश हैं। विशेष रूप से ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल मशीनरी और टेलीकॉम सेक्टर्स में कुवैत में नई पैठ बना रहे हैं। भारत आज सबसे सस्ती लागत पर वर्ल्ड लेवल प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग कर रहा। गैर-तेल व्यापार में विविधता लाना द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने की कुंजी है। उन्होंने कहा कि फार्मास्यूटिकल, स्वास्थ्य, टेक्नोलॉजी, डिजिटल, इनोवेशन और कपड़ा सेक्टर्स में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने की काफी संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने बिजनेस चैंबर्स, एंटरप्रेन्योर्स, इनोवेटर्स से एक-दूसरे के साथ जुड़ने और बातचीत करने का आग्रह किया।

भारतीय करेंसी 1961 तक कुवैत की वैध मुद्रा थी: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि भारत और कुवैत के बीच गहरा और ऐतिहासिक रिश्ता है। दोनों देशों के बीच हमेशा गर्मजोशी और दोस्ती का रिश्ता रहा है। इतिहास की धाराओं, विचारों और वाणिज्य के माध्यम से आदान-प्रदान ने लोगों को करीब और एक साथ लाया है। हम अनादि काल से एक-दूसरे के साथ व्यापार करते आ रहे हैं। फ़ैलाका द्वीप में खोज हमारे साझा अतीत की कहानी बयां करती है। मोदी ने कहा कि भारतीय रुपया 1961 तक एक सदी से भी अधिक समय तक कुवैत में वैध मुद्रा थी। यह दर्शाता है कि हमारी अर्थव्यवस्थाएं कितनी निकट थीं।

पीएम मोदी ने कुनो से बातचीत में कहा कि भारत कुवैत का स्वाभाविक व्यापारिक साझेदार रहा है। समकालीन समय में भी ऐसा ही है और सदियों से लोगों के बीच संबंधों ने दोनों देशों के बीच दोस्ती के एक विशेष बंधन को बढ़ावा दिया है। हमारे ऐतिहासिक संबंधों की मजबूत जड़ें हमारी 21वीं सदी की साझेदारी के परिणामों से मेल खानी चाहिए। हमने साथ मिलकर बहुत कुछ हासिल किया है लेकिन हमारी साझेदारी के लिए संभावनाएं असीम हैं। मुझे यकीन है कि यह यात्रा इसे नई उड़ान देगी।

यह भी पढ़ें:

10 Pics: हाथ मिलाया-शाबाशी दी, कुवैत में PM मोदी ने इंडियन वर्कर्स का बढ़ाया जोश

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Read more Articles on

Recommended Stories

US-India ट्रेड में भूचाल? भारत पर नए ट्रैफिक की तैयारी में डोनाल्ड ट्रंप-आखिर क्यों?
Japan Earthquake: 7.6 तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी का अलर्ट, 10 फीट ऊंची लहरें उठने की आशंका