
SCO Summit 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय चीन दौरे पर हैं। वह चीन के तियानजिन शहर में हो रहे 25वें एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने गए हैं। 31 अगस्त को पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच लगभग 50 मिनट तक द्विपक्षीय बैठक हुई। इस बैठक में पीएम मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी मौजूद रहे।
बैठक में पीएम मोदी ने शी जिनपिंग को एससीओ की अध्यक्षता के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि यह बैठक दोनों देशों के संबंध मजबूत करेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देश अपने संबंधों को मजबूत बनाने के लिए तैयार हैं। सीमा पर शांति और स्थिरता बनी हुई है। हमारे रिश्तों को सही दिशा मिली है और हम आपसी विश्वास के साथ आगे बढ़ेंगे। आगे उन्होंने कहा कि कैलाश मानसरोवर की यात्रा फिर से शुरू हो गई है और दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें भी शुरु हो गई हैं। चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और चीन का साथ बहुत जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के सहयोग से 2.8 अरब लोगों को फायदा होगा और यह पूरी मानवता के भले के लिए रास्ता खोलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जापान की यात्रा पूरी करने के बाद चीन पहुंचे थे। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “तियानजिन, चीन पहुंच गया हूं। SCO शिखर सम्मेलन में विचार-विमर्श और विभिन्न विश्व नेताओं से मिलने का इंतजार है।” प्रधानमंत्री मोदी की यह चीन यात्रा कई मायनों में खास है। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी सात साल बाद चीन गए हैं। पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक ऐसे समय पर हो रही है जब भारत-चीन संबंधों में कुछ नरमी देखने को मिली है। पिछले दस महीने में यह पीएम मोदी और शी जिनपिंग की दूसरी मुलाकात है। इससे पहले दोनों नेताओं की मुलाकात रूस के कजान शहर में हुए ब्रिक्स सम्मेलन 2024 में हुई थी।
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भारत लौटने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात कर सकते हैं। चीन की मेजबानी में हो रहे इस एससीओ प्लस शिखर सम्मेलन में 20 विदेशी नेता हिस्सा ले रहे हैं। इस साल चीन एससीओ का अध्यक्ष है, जिसमें रूस, भारत, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, बेलारूस और चीन शामिल हैं।
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