चीन के इशारों पर नाचने वाले मुइज्‍जू की टूटी अकड़, PM मोदी के शपथ समारोह में होंगे शामिल

Published : Jun 09, 2024, 11:38 AM IST

मालदीव के राष्‍ट्रपत‍ि मोहम्‍मद मुइज्‍जू बीते कई महीनों से चीन के इशारों पर नाच रहे थे। हालांकि, आखिर में उनकी अकड़ टूट गई है। वो पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए पहली बार भारत आ रहे हैं।

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चीन के इशारों पर नाचने वाले मुइज्‍जू की टूटी अकड़, PM मोदी के शपथ समारोह में होंगे शामिल

आज रविवार (9 जून) को नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ लेंगे। इसके लिए मोहम्‍मद मुइज्‍जू अपने कई मंत्रियों के साथ भारत की ओर रुख करने वाले हैं।

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मालदीव के राष्‍ट्रपत‍ि मोहम्‍मद मुइज्‍जू

मालदीव के राष्‍ट्रपत‍ि मोहम्‍मद मुइज्‍जू ऐसे समय में भारत के निमंत्रण को स्वीकार किया है, जब दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ चुकी है। जब पड़ोसी देश ने भारत का जमकर विरोध किया और दुनिया भर में भारत को अपमानित करने की कोशिश की।

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भारतीय सैनिकों के खिलाफ रहे मुइज्‍जू

मुइज्‍जू जब से सत्‍ता में आए हैं तब से वह भारतीय सैनिकों को वापस भेजने के बाद लगातार भारत विरोधी कदम उठा रहे हैं। पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद मालदीव के कई मंत्रियों ने अभद्र टिप्पणी भी की थी।

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मालदीव के विदेश मंत्री का भारत दौरा

मालदीव के विदेश मंत्री हाल ही में भारत आए थे और उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी। उस वक्त मालदीव की सरकार ने मुइज्‍जू के भारत आने की पुष्टि की थी।

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पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह

मुइज्‍जू भारत आकर अपने पूर्ववर्ती और संरक्षक रहे अब्‍दुल्‍ला यामीन के नक्शे कदम पर चल रहे हजो साल 2014 में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए आए थे।

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इंडिया आउट कैंपेन

सत्ता में आने के बाद इंडिया आउट कैंपेन चलाने वाले मुइज्‍जू चीन की गोद में चले गए थे। उन्होंने भारतीय सैनिकों को वापस जाने के लिए कहा था। अब भारतीय सैनिक मालदीव से चले आए हैं।

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भारत के खिलाफ विरोधी आंदोलन

 मालदीव सरकार ने भारत के खिलाफ विरोधी आंदोलन चलाए। हालांकि, इसके बावजूद भारत ने एक अच्छे पड़ोसी होने के नाते मालदीव को सहायता मुहैया कराई।

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