अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन (US First Lady Jill Biden) ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच संबंधों (India-US Relation) की आधारशिला शिक्षा है।
PM Modi's US Visit. अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल साइंस फाउंडेशन वर्जिनिया का दौरा किया है। वहां उन्होंने स्किलिंग फॉर फ्यूचर कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान जिल बाइडेन ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंधों की आधारशिला शिक्षा है। दोनों देशों के स्टूडेंट्स एक-दूसरे से सीखते हुए बड़े होते हैं। यही से बेहतर दुनिया बनाने की समझ इनमें पैदा होती है। हम साथ काम करते ही सुरक्षित, स्वस्थ और समृद्धि भरे देशों का निर्माण कर सकते हैं।
जिल बाइडेन ने कहा नौजवानों में निवेश की जरूरत
जिल बाइडेन ने कहा कि भारत और अमेरिका की अर्थव्यस्था को और मजबूत करने के लिए हमें नौजवानों पर निवेश करने की जरूरत है। जिल बाइडेन ने इस बात पर जोर दिया कि युवाओं को जो चाहिए, वह उन्हें मिलना चाहिए। हमें प्रशासन और एजेंसीज को एक साथ लाकर यह काम तेजी से करना चाहिए। हमें नियोक्ताओं, यूनियन, स्कूल्स और लोकल गवर्नमेंट्स के बीच समन्वय बनाकर युवाओं का करियर बनाने पर ध्यान देना होगा। उन्हों बाइडेन एजुकेशन पाथवे का जिक्र किया जो कि फ्री, हाई क्वालिटी, यूनिवर्सन फ्री एजुकेशन पर काम करता है।
पीएम मोदी ने जिल बाइडेन को दिया खास तोहफा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ ही अमेरिका की प्रथम महिला डॉ. जिल बाइडेन को भी खास तोहफे दिए हैं। इसमें लैब में विकसित 7.5 कैरेट हरा हीरा शामिल है। यह हीरा जमीन से खोदे गए हीरों की तरह ही रासायनिक और ऑप्टिकल गुणों से युक्त है। हीरा इको-फ्रेंडली है क्योंकि इसे तैयार करने के लिए सौर और पवन ऊर्जा जैसे संसाधनों का उपयोग किया गया है। पीएम मोदी ने अमेरिका की प्रथम महिला को ग्रीन डायमंड दिया है, वह भारत और अमेरिका के बीच 75 वर्षों के संबंधों का भी प्रतीक है। यही वजह है कि पीएम मोदी ने 7.5 कैरेट का ग्रीन डायमंड गिफ्ट किया है। यह हीरा लैब में तराशा गया है और प्रति कैरेट केवल 0.028 ग्राम कार्बन उत्सर्जित करता है। यह आईजीआई द्वारा प्रमाणित जेमोलॉजिकल लैब द्वारा डेवलप है।
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