मोदी-बिडेन मुलाकात: जानें टॉप 5 निर्णय

Published : Sep 22, 2024, 04:22 PM IST

प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बिडेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता में UN सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता पर चर्चा हुई। दोनों देशों ने रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने, तकनीकी सहयोग बढ़ाने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को गहरा करने पर सहमति जताई।

PREV
15
यूएन सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता को समर्थन

पीएम मोदी और प्रेसिडेंट बिडेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता के दौरान अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत का समर्थन करने को कहा। सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सदस्यता अगर मिलता है तो वैश्विक मंच पर इसका प्रभाव बढ़ेगा।

25
रणनीतिक साझेदारी होगी मजबूत

पीएम मोदी और प्रेसिडेंट बिडेन ने दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ाने पर जोर दिया। इस साझेदारी से रक्षा से लेकर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र तक में भारत को बढ़त मिलेगी। मोदी ने भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में बिडेन के योगदान के लिए आभार व्यक्त किया।

35
क्वाड सहयोग

पीएम मोदी ने क्वाड समिट के दौरान यह कहा कि क्वाड अलायंस किसी भी देश के खिलाफ नहीं है। वह चीन के खिलाफ भी नहीं है। पीएम ने लोकतांत्रिक मूल्यों और सदस्य देशों के बीच आपसी समर्थन पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक स्वतंत्र और समावेशी इंडो-पैसिफिक के लिए समूह की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।

45
टेक्निकल कोआर्डिनेशन

भारत-अमेरिका ने इमर्जिंग टेक्नोलॉजी पर चर्चा करते हुए दोनों देशों के बीच इनोवेशन और सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया। मोदी और बिडेन ने सिक्योरिटी और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण समझौतों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया।

55
सांस्कृतिक आदान-प्रदान

दोनों देशों ने टेक्नोलॉजी, डिफेंस सेक्टर्स में एक दूसरे के सहयोग के लिए डील्स को आगे बढ़ाने की दिशा में सहमति तो जताई ही साथ ही कल्चर आदान-प्रदान पर भी आगे बढ़े। एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अमेरिका ने भारत को 297 प्राचीन वस्तुएं लौटा दीं। इस सामानों को भारत से तस्करी कर बाहर ले जाया गया था।

यह भी पढ़ें:

मोदी का US दौरा: 'गरबा' से स्वागत से बिडेन द्वारा गले मिलने तक, देखें Top Photos

Recommended Stories