अमेरिका में 15 अक्टूबर को होने वाली दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट रद्द कर दी गई है। कमीशन ऑन प्रेसिडेंशियल डिबेट्स ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन के बीच होने वाली डिबेट को रद्द करना का फैसला लिया है। तीसरी डिबेट 22 अक्टूबर को होगी।
नई दिल्ली. अमेरिका में 15 अक्टूबर को होने वाली दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट रद्द कर दी गई है। कमीशन ऑन प्रेसिडेंशियल डिबेट्स ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन के बीच होने वाली डिबेट को रद्द करना का फैसला लिया है। तीसरी डिबेट 22 अक्टूबर को होगी।
डिबेट रद्द करते हुए कहा गया कि 15 अक्टूबर को कोई डिबेट नहीं होगी। इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि 15 अक्टूबर को होने वाली डिबेट के लिए वह पूरी तरह से फिट हैं। जबकि जो बिडेन ने संशय व्यक्त किया था।
8 अक्टूबर को हुई थी वाइस प्रेसिडेंशियल डिबेट
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बीच 8 अक्टूबर को वाइस प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई। रिपब्लिक पार्टी की तरफ से उपराष्ट्रपति माइक पेन्स और डेमोक्रेट पार्टी की ओर से कमला हैरिस उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं। डिबेट में पहला मुद्दा कोरोना महामारी था।
ट्रम्प की तबीयत पर भी हुई थी डिबेट
ट्रम्प की तबीयत पर भी डिबेट हुई। इसकी शुरुआत तब हुई, जब मॉडरेटर सुसान पेज ने रिपब्लिक पार्टी से पूछा, क्या अमेरिका के लोग राष्ट्रपति की सेहत के बारे में जान सकेंगे। इसपर पेन्स ने कहा, इस बारे में गलत बातें फैलाई जा रही है। जो जरूरी होगी वह जानकारी दी जाएगी।पेन्स के जवाब पर कमला हैरिस ने कहा, राष्ट्रपति अपनी सेहत के बारे में जानकारी क्यों नहीं देते। ये बात देश के सामने लानी चाहिए।
30 सितंबर को हुई थी पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन के बीच 30 सितंबर को 90 मिनट की पहली आधिकारिक प्रेसिडेंशिल डिबेट हुई। अमेरिका में तीन नवबंर को होने वाले चुनाव से पहले ट्रंप और जो बिडेन के बीच तीन बार इस तरह की बहस होगी। पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट का संचालन फॉक्स न्यूज के मशहूर एंकर क्रिस वालास ने किया।
डिबेट के मॉडरेटर ने सवाल किया कि लोग राष्ट्रपति पद के लिए आपको क्यों चुनें? ट्रंप ने सेना को लेकर अपने रिकॉर्ड का बचाव किया। जो बिडेन ने कहा, ट्रंप के शासन में अमेरिका सबसे कमजोर, बीमार, गरीब, बंटा हुआ और सबसे हिंसक देश बन गया है। जो बिडेन ने कहा कि ट्रंप कभी भी अपने वादे पर कायम नहीं रहते।