अमेरिका और भारत ने सीमा पार आतंकवाद और टेरोरिस्ट प्रॉक्सीज के इस्तेमाल की कड़ी निंदा की है। अमेरिका और भारत के ज्वाइंट स्टेटमेंट के अनुसार, पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि उसकी जगह का इस्तेमाल आतंकवादी हमलों की लॉन्चिंग के लिए न हो।
वाशिंगटन डीसी. अपने पहले आफिशियल टूर के तहत अमेरिका पहुंचे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के आतंकवाद की फैक्ट्री बनने को लेकर कड़ी निंदा की। अमेरिका और भारत ने गुरुवार(अमेरिकी टाइम) को सीमा पार आतंकवाद और टेरोरिस्ट प्रॉक्सीज के इस्तेमाल की कड़ी निंदा की। अमेरिका और भारत के ज्वाइंट स्टेटमेंट के अनुसार, दोनों देशों ने पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने को कहा कि उसके नियंत्रण वाले किसी भी क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी हमलों की लॉन्चिंग के लिए न किया जाए।
पीएम मोदी का अमेरिकी दौरा: पाकिस्तान में आतंकवाद की फैक्ट्री पर बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पीएम नरेंद्र मोदी ने अल-कायदा, आईएसआईएस/दाएश, लश्कर ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और हिज्ब-उल-मुजाहिदीन सहित सभी यूएन लिस्टेट टेरोरिस्ट ग्रुप्स के खिलाफ ठोस कार्रवाई का आह्वान दोहराया। दोनों देश ग्लोबल टेरोरिज्म का मुकाबला करने के लिए एक साथ खड़े दिखाई दिए। दोनों देशों ने आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की स्पष्ट रूप से कड़ी निंदा की।
मोदी ने किया 26/11 मुंबई और पठानकोट आतंकवादी हमलों का जिक्र
बयान में कहा गया है कि दोनों देशों ने 26/11 मुंबई और पठानकोट हमलों के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान किया है। इससे पहले पीएम मोदी ने आतंकवाद और उग्रवाद से लड़ने की आवश्यकता पर फोकस किया। मोदी ने कहा कि यह लोकतंत्र, कानून के शासन और मानवाधिकारों के आनंद के लिए एक वास्तविक खतरा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। मोदी ने कहा कि दोनों देश सहमत हैं कि सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है।
बता दें कि यह टिप्पणी विशेष रूप से चीन द्वारा संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के साजिद मीर को "ग्लोबल टेरोरिस्ट" के रूप में नामित करने के प्रस्ताव में अड़ंगा लगाने के कुछ दिनों बाद आई है।
मोदी का अमेरिकी दौरा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई
संयुक्त बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने आतंकवादी उद्देश्यों के लिए मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी), ड्रोन और इन्फॉर्मेशन और कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजीज के बढ़ते वैश्विक उपयोग पर भी चिंता जताई और इस तरह के दुरुपयोग से निपटने के लिए मिलकर काम करने के महत्व की पुष्टि की। दोनों देशों ने खुफिया जानकारी शेयर करने का भी स्वागत किया।
बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स से मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग से निपटने के लिए अपने स्टैंडर्ड के वैश्विक कार्यान्वयन को बेहतर बनाने के तरीके की पहचान करने के लिए आगे काम करने का आह्वान किया। राष्ट्रपति बाइडेन और पीएम मोदी ने शांतिपूर्ण, सुरक्षित और स्थिर अफगानिस्तान के लिए अपना मजबूत समर्थन दोहराया।
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