प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान IMF द्वारा थोपी गई सभी कठोर शर्तों को पूरा कर चुका है। उन्होंने कहा कि नए सेना प्रमुख ने सऊदी अरब और UAE से धन प्राप्त करने के प्रयास किए।
लाहौर: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को कहा कि देश अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)) द्वारा थोपी गई सभी शर्तों को पूरा कर चुका है और अब IMF के पास स्टाफ-लेवल एग्रीमेंट में देरी करने का कोई बहाना नहीं बचा है। इससे पहले वित्त मंत्री इशाक डार ने पाकिस्तान को द्विपक्षीय वित्तीय सहायता के लिए 1 बिलियन डॉलर मिलने की पुष्टि की घोषणा की गई थी। इसके एक दिन बाद आईएमएफ मिशन प्रमुख नाथन पोर्टर का बयान आया, जिसे वैश्विक ऋणदाता के साथ स्टाफ लेवल एग्रीमेंट के लिए अंतिम कार्रवाई माना जा रहा है।
लाहौर में हुए एक समारोह के दौरान बोलते हुए पीएम शहबाज ने कहा कि आईएमएफ ने हमारे साथ एक स्टाफ लेवल समझौते पर हस्ताक्षर करने से पहले मित्र देशों से पैसा जुटाने के लिए एक शर्त रखी थी। हमने डेढ़ महीने का प्रयास किया कि पहले चीन से 2 बिलियन डॉसर और फिर सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से 3 बिलियन डॉलर का रोलओवर लिया और इस प्रकार आईएमएफ की अंतिम शर्त को पूरा किया।
महंगाई से लोग परेशान
उन्होंने कहा कि नए सेना प्रमुख ने सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से धन प्राप्त करने के प्रयास किए। इस दौरान पीएम ने धन जुटाने के लिए बिलावल भुट्टो-जरदारी और इशाक डार की 'कड़ी मेहनत' के लिए उनकी प्रशंसा भी की। महंगाई से लोगों को हो रही परेशानी की बात स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया कि बेलआउट की किश्त प्राप्त करने के लिए आइएमएफ की कठोर शर्तों को पूरा करने के अलावा पाकिस्तान के पास कोई चारा नहीं था।
नहीं मिला था पूरा कर्ज
बता दें कि पाकिस्तान ने 2019 में आइएमएफ के साथ 6.5 अरब डालर के बेलआउट पैकेज पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन बार-बार शर्तों पर पीछे हटने के कारण अभी तक उसे सिर्फ तीन अरब डालर मिल सकें हैं।
यूएई ने की मदद
उल्लेखनीय है कि हाल ही में यूएई ने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष से कहा था कि वह पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर देगा। इस बात की जानकारी पाकिस्तान के विदेशमंत्री इशाक डार ने ट्वीट के जरिए दी है थी। डार ने अपने एक ट्वीट में कहा था कि संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारियों ने पाकिस्तान को आईएमएफ से एक अरब अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय समर्थन की पुष्टि की है।