पाकिस्तान में TV जर्नलिस्ट हसनैन शाह के सरेआम मर्डर के बाद लोगों में आक्रोश, जगह-जगह धरना-प्रदर्शन

Published : Jan 27, 2022, 11:32 AM ISTUpdated : Jan 27, 2022, 11:38 AM IST
पाकिस्तान में TV जर्नलिस्ट हसनैन शाह के सरेआम मर्डर के बाद लोगों में आक्रोश, जगह-जगह धरना-प्रदर्शन

सार

पाकिस्तान के लाहौर में पिछले दिनों एक टीवी न्यूज चैनल के पत्रकार हसनैन शाह की सरेआम हत्या(Journalist Hasnain Shah Murder Mystery) के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आक्रोश फूट पड़ा है। जगह-जगह लोग सड़कों पर उतर आए हैं। पाकिस्तान के पत्रकारों ने सरकार से सुरक्षा की मांग की है।

लाहौर, पाकिस्तान. बीत दिनों लाहौर में प्रेस क्लब के बाहर एक टीवी न्यूज चैनल के सीनियर जर्नलिस्ट हसनैन शाह की सरेआम हत्या(Journalist Hasnain Shah Murder Mystery) के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आक्रोश फूट पड़ा है। जगह-जगह लोग सड़कों पर उतर आए हैं। पाकिस्तान के पत्रकारों ने सरकार से सुरक्षा की मांग की है। यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पाकिस्तान समाचार पत्र संपादक, पाकिस्तान फेडरल यूनियन आफ जर्नलिस्ट के अलावा बिजली विकास प्राधिकरण के कर्मचारी और अन्य संगठन इस घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। ये संगठन आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने और मृतक के परिवार को जल्द से जल्द इंसाफ दिलाने की भी मांग कर रहे हैं।

पत्रकारों ने मांगी सरकार से सुरक्षा
इस घटना के बाद से पत्रकारों में आक्रोश है। पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, पत्रकार सरकार से अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। बता दें कि हसनैन शाह लाहौर के निवासी थे। वे एक निजी टीवी चैनल में क्राइम रिपोर्टर थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। पंजाब के एक सीनियर पुलिस अधिकारी के अनुसार, हसनैन शाह की हत्या तब की गई, जब वे प्रेस क्लब के बाहर अपनी कार खड़ी कर रहे थे। उस समय मोटरसाइकिल पर दो लोग आए और उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। 40 वर्षीय हसनैन की मौके पर ही मौत हो गई।

पाकिस्तान में कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
पाकिस्तानी मीडिया एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, पाकिस्तान समाचार पत्र संपादक ने एक बयान जारी करके कहा कि देश में कानून-व्यवस्था बदहाल स्थिति में आ चुकी है। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने भी इस मामले को लेकर कानून व्यवस्था की कड़ी निंदा की है। विभिन्न संगठनों ने अपने बयान में कहा कि एक पत्रकार की दिनदहाड़े हत्या ने कानून-व्यवस्था की विफलता साबित की है। इस घटना से पत्रकारों में डर का माहौल पैदा हो गया है। इंटरनेशनल फेडरेशन आफ जर्नलिस्ट्स के आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान में 2021 में तीन पत्रकार मारे गए थे, जबकि सालभर में दुनियाभर में 45 पत्रकारों की जान गई। इनमें सबसे अधिक अफगानिस्तान में नौ पत्रकार मारे गए।

हत्याकांड में तीन लोग गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस ने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों की पहचान जौहरी आमिर बट और उसके दो कर्मचारियों हैदर शाह और अमजद पाशा के रूप में हुई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जौहरी आमिर बट को जेल रोड स्थित एक कार शोरूम से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि यह बताया गया था कि आमिर बट इस्लामाबाद से लाहौर पहुंचने पर पकड़ा गया था। उसने जेल रोड के अन्य शोरूम के मालिकों की मौजूदगी में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस ने पहले तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया था, जिनके बारे में पता चला था कि वे किराए के शूटर थे और पूछताछ के दौरान आमिर बट का नाम सामने आया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से इन्हें गिरफ्तार किया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि मृतक हसनैन शाह का एक जौहरी समूह के साथ आर्थिक विवाद था।

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