दुनियाभर के टैलेंट को रिझाने USA ने रखा स्टार्टअप वीजा का प्रपोजल; ऐसा हुआ, तो भारत को भी मिलेगा बड़ा फायदा

अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में मंगलवार को पेश किए गए महत्वाकांक्षी ‘अमेरिका कम्पीट्स एक्ट 2022’ में नए स्टार्टअप वीजा के जरिए दुनियाभर से प्रतिभाशाली लोगों को आकर्षित करने का प्रस्ताव रखा गया है। अगर यह प्रस्ताव मंजूर हो जाता है, तो भारत के टैलेंट को भी बड़ा फायदा मिलेगा।

Asianet News Hindi | Published : Jan 27, 2022 3:23 AM IST / Updated: Jan 27 2022, 08:54 AM IST

वाशिंगटन. दुनियाभर में स्टार्टअप तेजी से बढ़ रहे हैं। अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में मंगलवार को पेश किए गए महत्वाकांक्षी ‘अमेरिका कम्पीट्स एक्ट 2022’ में नए स्टार्टअप वीजा के जरिए दुनियाभर से प्रतिभाशाली लोगों को आकर्षित करने का प्रस्ताव रखा गया है। अगर यह प्रस्ताव मंजूर हो जाता है, तो भारत के टैलेंट को भी बड़ा फायदा मिलेगा।

चीन और बाकी देशों से आगे निकलने की कवायद
इस विधेयक को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी समर्थन दिया है। PTI की न्यूज के अनुसार, बाइडेन ने कहा कि 'अमेरिका कम्पीट्स एक्ट 2022’ ऐसे विधान को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे अमेरिका आने वाले कई दशकों तक चीन और शेष दुनिया से आगे बना रह सकता है। इस कानून के तहत आव्रजन एवं राष्ट्रीय कानून में संशोधन करके उन अस्थायी प्रवासियों के लिए एक नई श्रेणी ‘डब्ल्यू’ को शामिल किया गया है, जो किसी स्टार्टअप में रुचि रखने वाले उद्यमी हैं, किसी स्टार्टअप के आवश्यक कर्मचारी हैं या उनके जीवनसाथी और बच्चे हैं।

प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी द्वारा जारी विधेायक के प्रावधानों के अनुसार, हस्ताक्षर होने के बाद कानून में बदल जाने के बाद यह विधेयक गृह मंत्रालय को निर्देश देगा कि वह सफल साबित होने वाले स्टार्टअप शुरू करने में रुचि रखने वाले विदेशी नागरिकों को प्रवासी उद्यमी के रूप में कानूनी स्थायी निवासी दर्जा देने की प्रक्रिया स्थापित करे।

भारत में तेजी से बढ़ रहे स्टार्टअप
अमेरिकी के इस प्रयास से भारत के टैलेंट को भी फायदा मिलेगा। 15 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्टार्टअप उद्यमियों(Startup entrepreneurs) से संवाद किया था। इसमें बताया गया था कि Innovation को लेकर भारत में जो अभियान चल रहा है, उसी का प्रभाव है कि Global Innovation Index में भी भारत की रैंकिंग में बहुत सुधार आया है। वर्ष 2015 में इस रैंकिंग में भारत 81 नंबर पर था। अब इनोवेशन इंडेक्स में भारत 46 नंबर पर है।  बता दें कि स्टार्टअप इंडिया पहल की घोषणा मोदी ने 15 अगस्त, 2015 को की थी। इस प्रमुख पहल का उद्देश्य देश में नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत इकोसिस्टम का निर्माण करना है, ताकि आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले और बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा हों।

625 जिलों में कम से कम एक स्टार्टअप
पूरे भारत में कम से कम 625 जिलों में कम से कम एक स्टार्टअप है। भारत के सभी स्टार्टअप में से लगभग आधे टियर- II या टियर- III शहरों में हैं। इससे पता चलता है कि हर वर्ग के लोग अपने विचारों को व्यवसाय में बदल रहे हैं। भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम लगातार खुद को खोज और सुधार रहा है। यह सीखने और बदलने की निरंतर स्थिति में है। भारत के स्टार्टअप अब 55 अलग-अलग उद्योगों में काम कर रहे हैं। पांच साल पहले, भारत में 500 स्टार्टअप भी नहीं थे। आज यह संख्या 60,000 को पार कर गई है। 

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