न दाढ़ी, न मूंछ, न टैटू…पुतिन के बॉडीगार्ड्स के लिए कितने टफ हैं नियम?

Published : Dec 04, 2025, 01:33 PM IST
Putin Bodyguards

सार

Putin Bodyguards Secrets and Rules: रूस के राष्ट्रपति पुतिन की सुरक्षा करने वाले बॉडीगार्ड्स की लाइफ बाहर से ग्लैमरस लगती है, लेकिन उनके नियम बेहद स्ट्रिक्ट हैं। उनकी पूरी लाइफ सीक्रेट रहती है और एक उम्र के बाद रिटायर कर दिए जाते हैं।

Vladimir Putin Security Rules: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज भारत आ रहे हैं। इस विज़िट के साथ दिल्ली एक बार फिर दुनिया की सबसे टाइट सिक्योरिटी जोन में बदल गई है। लेकिन सबसे दिलचस्प बात यह है कि पुतिन की सुरक्षा सिर्फ भारी हथियारों, आर्म्ड कारों और खास विमानों से नहीं होती, उनकी असली ढाल होते हैं वे बॉडीगार्ड्स, जिनकी लाइफ आम लोगों जैसी बिल्कुल भी नहीं होती है। ये वही लोग हैं जो पुतिन के एक-एक मूवमेंट पर चौबीसों घंटे नजर रखते हैं। रूसी प्रेसीडेंट की टीम दुनिया की सबसे डिसिप्लिन्ड और सबसे सीक्रेट सिक्योरिटी फोर्स में गिनी जाती है। इनके नियम काफी सख्त हैं। यहां जानिए पुतिन के बॉडीगार्ड्स के लिए कितने कड़े नियम हैं...

पुतिन के बॉडीगार्ड्स दाढ़ी-मूंछ, टैटू नहीं रख सकते

पुतिन के बॉडीगार्ड्स की सबसे पहली और सबसे सख्त शर्त है कि कोई पहचान वाली चीज नहीं रख सकते हैं। वे न तो दाढ़ी और ना ही मूंछ रख सकते हैं। टैटू और पियसिंग भी नहीं करा सकते हैं। उनका लुक हमेशा एकदम सिंपल, क्लीन-शेव होना चाहिए।

35 की उम्र में रिटायरमेंट

पुतिन की सिक्योरिटी का काम सिर्फ ताकत का नहीं, फास्ट रिएक्शन का भी है। रूसी एजेंसी मानती है कि 35 के बाद इंसान की प्रतिक्रिया (Reflex) थोड़ी धीमी हो जाती है, इसलिए बॉडीगार्ड्स को इसी उम्र में रिटायर कर दिया जाता है। रिटायर होने के बाद भी वे अपने काम और राष्ट्रपति से जुड़ी कोई भी जानकारी जिंदगीभर कभी पब्लिक नहीं कर सकते। मतलब उन्हें लाइफटाइम सीक्रेसी रखनी पड़ती है।

पुतिन के साथ चलता है 'पूप सूटकेस'

पुतिन जहां भी जाते हैं, उनके बॉडीगार्ड्स एक खास पूप सूटकेस साथ लेकर चलते हैं। इसका मकसद है कि पुतिन का कोई भी बायोलॉजिकल सैंपल विदेश में न छोड़ा जाए। ताकि किसी देश को उनके DNA या हेल्थ से जुड़ी जानकारी न मिल सके।

विदेशी टूर पर खाना, कटोरी, चम्मच तक खुद लेकर चलते हैं

पुतिन कभी भी कोई बाहरी खाना नहीं खाते हैं। वे जो भी चीज इस्तेमाल करते हैं, चाहे पानी का गिलास हो, चम्मच, प्लेट या कटोरी, सब उनकी टीम ही साथ लेकर चलती है। शुरुआत से लेकर लास्ट तक हर चीज कंट्रोल में रहती है।

पुतिन के विमान की सिक्योरिटी

अमेरिकी राष्ट्रपति का एयर फोर्स वन पूरी दुनिया जानती है। लेकिन पुतिन का आधिकारिक विमान Illyushin IL-96-300PU पूरी तरह सीक्रेट मोड में ऑपरेट होता है। इसका असली इंटीरियर कैसा है, टेक्नोलॉजी कैसी है, कम्युनिकेशन सिस्टम कैसे हैं…कुछ भी पब्लिक नहीं है। यही कारण है कि जब भी पुतिन किसी देश जाते हैं, दो या तीन विमान साथ उड़ते हैं, ताकि असली विमान कौन सा है, कभी पता न चले।

पुतिन के भारत दौरे पर कैसी है सिक्योरिटी?

4-5 दिसंबर को पुतिन भारत यात्रा पर हैं। दिल्ली में उनकी सुरक्षा के लिए SWAT टीम, एंटी टेरर स्क्वॉड, क्विक एक्शन टीम और रूसी एडवांस सिक्योरिटी यूनिट तैनात हैं। रूस की सुरक्षा टीम के 50 से ज्यादा सदस्य पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं। पुतिन कहां रुकेंगे, यह जानकारी भी पूरी तरह सीक्रेट रखी गई है।

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