नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अमेरिका की यात्रा के दौरान इल्हान उमर (Ilhan Omar) नाम की महिला नेता से मुलाकात की है। वह अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की सदस्य हैं। इल्हान की एक पहचान भारत विरोधी बातें करने वाली नेता के रूप में भी है।
भाजपा ने भारत विरोधी इल्हान उमर से मिलने के लिए राहुल गांधी की आलोचना की है। इल्हान ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत के खिलाफ बातें की थी। वह कश्मीर मामले में पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाती रहीं हैं।
कौन हैं इल्हान उमर?
इल्हान उमर अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में मिनेसोटा के 5वें कांग्रेसनल जिले का प्रतिनिधित्व करती हैं। इसमें मिनियापोलिस और आसपास के उपनगर शामिल हैं। वह कांग्रेस की सदस्य बनने वाली पहली अफ्रीकी शरणार्थी और मिनेसोटा का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली अश्वेत महिला हैं। वह कांग्रेस के लिए चुनी गई पहली दो मुस्लिम-अमेरिकी महिलाओं में से एक थीं।
इल्हान उमर का जन्म सोमालिया में हुआ था। वह आठ साल की थी तब सोमालिया में गृह युद्ध के चलते उसका परिवार भागा था। उनके परिवार ने 1990 में अमेरिका पहुंचने से पहले केन्या के रिफ्यूजी कैंप में 4 साल बिताए। 1997 में वह परिवार के साथ मिनियापोलिस पहुंचीं।
राजनीति में आने से पहले इल्हान मिनेसोटा विश्वविद्यालय में कम्युनिटी टीचर थीं। वह हम्फ्री स्कूल ऑफ पब्लिक अफेयर्स में पॉलिसी फेलो रहीं। इसके साथ ही मिनियापोलिस सिटी काउंसिल में सीनियर पॉलिसी एडवाइजर के रूप में काम किया। उमर हाउस बजट कमेटी की वाइस-रैंकिंग सदस्य हैं। वह हाउस एजुकेशन एंड वर्कफोर्स कमेटी में भी काम करती हैं।
'भारत विरोधी' रुख रखती हैं इल्हान उमर
सितंबर 2023 में इल्हान उमर ने कहा था कि अमेरिका को खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की कथित भूमिका की कनाडाई जांच का पूरा समर्थन करना चाहिए। इल्हान ने अमेरिकी कांग्रेस में भारत में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों और अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन की निंदा करने के लिए प्रस्ताव पेश किया था। इसमें कहा गया था कि भारत में मुसलमानों और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है।
जून 2023 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएस कांग्रेस को संबोधित किया था तब उमर ने इसका बायकॉट किया था। जून 2022 में उमर ने कांग्रेस में एक प्रस्ताव पेश किया था। इसमें अमेरिकी विदेश मंत्री से भारत को धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के लिए विशेष चिंता वाला देश बताने के लिए कहा गया था।
इल्हान उमर ने अप्रैल 2022 में पाकिस्तान की यात्रा की थी। वह पूर्व पीएम इमरान खान समेत पाकिस्तान के बड़े नेताओं से मिलीं। इसके साथ ही POK (Pakistan-Occupied Kashmir) भी गईं। भारत ने उमर के POK यात्रा की निंदा की थी। इल्हान ने 2019 में असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) लागू करने की आलोचना की थी। इसे पीएम मोदी की “हिंदू राष्ट्रवाद परियोजना” का हिस्सा बताया था। वह जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले की भी खुलकर आलोचना करती रही हैं।
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