पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के उत्पीड़न की खबरें आती रहती हैं। इसी तरह का मामला कराची से सामने आया है। यहां शनिवार को एक रेस्टोरेंट में हिंदू होने के चलते महिलाओं का ना केवल अपमान किया गया।
कराची. पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक रेस्टोरेंट में हिंदू महिलाओं के अपमान का मामला सामने आया है। गल्फ न्यूज के मुताबिक, रेस्टोरेंट में महिलाएं खाना खाने के लिए गईं, लेकिन जब पता चला कि वे हिंदू हैं तो रेस्टोरेंट ने न सिर्फ उन्हें खाना देने से मना कर दिया, बल्कि बाहर भी निकाल दिया। जब स्थानीय मीडिया सहित सोशल प्लेटफॉर्म पर घटना की आलोचना हुई तो रेस्टोरेंट के मैनेजर ने महिलाओं को वापस बुलाया और माफी मांगी। हालांकि रेस्टोरेंट के मैनेजर ने इस आरोप को खारिज कर दिया कि उसने हिंदू होने की वजह से खाना देने से मना किया। मैनेजर ने कहा कि हमारे अटेंडेंट ने केवल महिला से फर्श पर न थूकने का अनुरोध किया, जिसके बाद मामूली विवाद हुआ। लोगों ने इसे हिंदू-मुस्लिम मुद्दा बना दिया, जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
रेस्टोरेंट मैनेजर ने सम्मान में शाल भेंट की
यह घटना शनिवार को हुई। जब लरकाना जाने वाले पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की अल्पसंख्यक विंग की महिला सदस्य नेशनल हाईवे के किनारे स्थित अल हबीब नाम के एक रेस्टोरेंट में रुक गईं। इसे थाटा और कराची के सिंधी अखबारों ने प्राथमिकता के साथ छापा। रेस्टोरेंट के मैनेजर के भेदभावपूर्ण रवैये के खिलाफ अभियान भी शुरू कर दिया। इसके बाद होटल मैनेजर मंसूर कलवार ने उन महिलाओं को रेस्टोरेंट में बुलाया और माफी मांगी। कलवार ने महिलाओं को स्थानीय परंपराओं के अनुसार सम्मान के निशान के रूप में सिंधी शाल भी भेंट की।
सोशल मीडिया पर कैसे सामने आई घटना?
कपिल देव नाम के एक मानवाधिकार कार्यकर्ता ने गल्फ न्यूज़ से कहा कि यह मामला अब सुलझ गया है और महिलाओं ने भी माफ कर दिया है। कपिल देव ने ही सबसे पहले सोशल मीडिया पर इस मामले को पोस्ट किया था। गल्फ न्यूज से बात करते हुए रेस्टोरेंट के मैनेजर कलवार ने कहा कि मामला सुलझ गया है। यह रेस्टोरेंट के किसी एक सदस्य और पार्टी के अल्पसंख्यक सदस्य के बीच गलतफहमी की वजह से हुआ।