
न्यूयॉर्क. संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा ने पाकिस्तान को 'राइट टू रिप्लाई' के तहत करारा जवाब देते हुए कहा कि 'पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का भाषण नफरत से भरा था और झूठ का पुलिंदा था। इमरान ने UN के मंच का दुरुपयोग किया। खान ने आतंकवाद पर झूठ बोला क्योंकि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय आतंकी को पेंशन देता है। विदिशा ने कहा कि आतंकी फैक्ट्री चलाने वाले हमें नसीहत ना दें, क्योंकि UN की लिस्ट में पाकिस्तान के 155 आतंकी शामिल हैं।
1971 को ना भूले पाक
प्रथम सचिव विदिशा ने कहा कि मानवाधिकार की बात करने वाले पाकिस्तान को सबसे पहले पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालत देखनी चाहिए जिनकी संख्या 27 प्रतिशत से 3 प्रतिशत रह गई है। पाकिस्तान को इतिहास नहीं भूलना चाहिए और 1971 में (नियाजी नरसंहार) अपने लोगों के साथ क्या किया था। उन्होंने कहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क शहर को ये बात बताना नहीं चाहेंगे कि वे ओसामा बिन लादेन के खुलेआम समर्थक रहे है।
चैंपियन बनने की कोशिश में पाक
मैत्रा ने पाकिस्तान की धज्जियां उड़ाते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद पर जोर दे रहा है और भारत विकास पर, पाकिस्तान मानवाधिकार का चैंपियन बनने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री हर चीज का समाधान बंदूक में ढूंढते हैं। संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकार का मुद्दा उठाने पर भारत ने पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए कहा कि एक ऐसा देश जो आतंकवाद और नफरत को मुख्यधारा में शामिल कर चुका है वो अब मानवाधिकारों का चैम्पियन बनकर अपना वाइल्डकार्ड इस्तेमाल करना चाहता है
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