रूस-अमेरिका के बीच तनाव से डरे दुनिया के छोटे देश, NATO के विस्तार के जवाब में रूस बनाएगा 12 नए सैन्य अड्डे

अमेरिका और नाटो देशों को जवाब देने के लिए रूस ने भी अपने मिलिट्री बेस का विस्तार का फैसला किया है। रूसी रक्षा मंत्री ने ऐलान किया है कि वह अपने मिलिट्री बेस को और बढ़ाएंगा। 

Dheerendra Gopal | Published : May 20, 2022 11:22 AM IST / Updated: May 20 2022, 04:55 PM IST

वर्ल्ड न्यूज डेस्क। यूक्रेन (Ukarine) को लेकर अमेरिका और रूस (America-Russia) के बीच बढ़ी तल्खी अब और गंभीर रूप धारण करती जा रही है। अमेरिका समेत पश्चिमी देशों के संगठन नाटो के विस्तार को जवाब देने के लिए रूस ने नए सैन्य अड्डे बनाने पर जोर दे रहा है। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु (Sergei Shoigu) ने शुक्रवार को कहा कि नाटो के विस्तार के जवाब में मास्को पश्चिमी रूस में नए सैन्य अड्डे बनाएगा। उन्होंने बताया कि इस साल के अंत तक, पश्चिमी सैन्य जिले में 12 सैन्य इकाइयों और डिवीजनों की स्थापना की जाएगी।

2000 से अधिक सैन्य उपकरण और हथियार मिलेगा सेना को

शोइगु ने कहा कि सेना को दो हजार से अधिक सैन्य उपकरण और हथियार प्राप्त होने की उम्मीद है। इसके अलावा अन्य तैयारियां भी प्रभावी ढंग से की जा रही है। रूसी रक्षा मंत्री ने कहा कि नाटो को हर स्तर पर जवाब देने के लिए रूस तैयार है।

24 फरवरी को रूस ने किया था यूक्रेन पर हमला

बीते 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। इसके एक दिन पहले ही यूक्रेन के दो हिस्सों को लोकतांत्रिक देश के रूप में मान्यता देने के साथ ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में शांति स्थापना के लिए सैन्य कार्रवाई किए जाने की बात कही थी। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पश्चिमी यूक्रेन समर्थक सैनिकों को भेजने के बाद पूरी दुनिया सकते में आ गई थी।

सैन्य गुटनिरपेक्ष देश स्वीडन व फिनलैंड लेंगे नाटो की सदस्यता

उधर, रूस की कार्रवाई के बाद नाटो भी अपने क्षेत्र का विस्तार कर रहा है। मॉस्को के सैन्य अभियान के बाद कई छोटे देश डरे-सहमे हुए हैं। मॉस्को के सैन्य अभियान ने स्वीडन और फ़िनलैंड को भी हिला दिया है जिसका नतीजा यह है कि दशकों के सैन्य गुटनिरपेक्षता की बात करने वाले ये दोनों देश, क्रेमलिन की चेतावनी के बावजूद नाटो की सदस्यता लेने का फैसला किया है।

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