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The Revolution Of Love : सरकार को 'आंखें दिखाने' सड़क पर उतरे थे स्टूडेंट्स, खुद 'अंखियां लड़ाने' लगा ये कपल

कोलंबो. ये तस्वीरें आर्थिक संकट में घिरे श्रीलंका में सरकार के खिलाफ स्टूडेंट्स के प्रदर्शन(students protest against the government in Sri Lanka) की हैं। 19 मई को इंटर यूनिवर्सिटी स्टूडेंट फेडरेशन(IUSF) के छात्र राष्ट्रपति राजपक्षे के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शन का नेतृत्व IUSF के संयोजक वासंथा मुदालिगे कर रहे थे। स्टूडेंट्स का यह प्रदर्शन कोलंबो में विजुअल एंड परफॉर्मिंग आर्ट्स विश्वविद्यालय से शुरू हुआ। इस बीच राष्ट्रपति सचिवालय में प्रवेश करने का प्रयास करते हुए वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (डब्ल्यूटीसी) के सामने डटे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। इसमें 100 से अधिक स्टूडेंट्स घायल हुए हैं। प्रदर्शन के मद्देनजर शिक्षा मंत्रालय ने सभी सरकारी और सरकारी मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में 20 मई को छुट्टी घोषित की जा चुकी है। देखिए प्रदर्शन की कुछ तस्वीरें और पढ़िए अपडेट़्स...

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Amitabh Budholiya
Published : May 20 2022, 08:49 AM IST| Updated : May 20 2022, 08:53 AM IST
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श्रीलंका में स्टूडेंट़्स के प्रदर्शन की यह तस्वीर प्रसाद वेलिकुम्बुरा(@Welikumbura) ने tweet की है। इसे द रेवोल्यूशन ऑफ लव(The Revolution Of Love) दिया गया है। प्रसाद श्रीलंका के सोशल और पॉलिटिकल क्रिटिक(आलोचक) के साथ पयार्वारण कार्यकर्ता भी हैं।

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श्रीलंकाई मीडिया के अनुसार, जब स्टूडेंट्स का मार्च शुरू होने वाला था, तो पुलिस पहुंची और उन्हें वहीं रुकने को कहा। लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने और टाउन हाल, मरदाना, टेक्निकल जंक्शन तक मार्च किया। इसके बाद फोर्ट रेलवे स्टेशन पहुंचे।

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पुलिस के रोकने के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने टाउन हाल, मरदाना, टेक्निकल जंक्शन तक मार्च किया और फोर्ट रेलवे स्टेशन पहुंचे।

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उसी समय कोलंबो फोर्ट मजिस्ट्रेट की अदालत ने इंटर-यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स फेडरेशन के संयोजक, आईयूएसएफ सदस्यों और अन्य को फोर्ट के किसी भी राज्य संस्थान में प्रवेश करने से रोकने के लिए एक आदेश जारी किया और उन्हें क्षेत्र में पांच अलग-अलग सड़कों में प्रवेश करने से रोक दिया। फोर्ट मजिस्ट्रेट थिलिना गैमगे(Fort Magistrate Thilina Gamage) ने फोर्ट पुलिस ओआईसी के अनुरोध पर आदेश जारी किया था।

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प्रदर्शनकारियों के लिए बैंक ऑफ सीलोन मावाथा, जनाधिपति मावथा, सर बैरन जयतिलका मावथा, मैल्कम रोड और चैथम स्ट्रीट पर रोक लगा दी गई। पुलिस ने जब फोर्ट रेलवे स्टेशन का दौरा कर विश्वविद्यालय के छात्रों को कोर्ट के आदेश की जानकारी दी तो तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई।

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इसके बाद, छात्र वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के लिए रवाना हो गए। वहां पुलिस ने विरोध को तितर-बितर करने के लिए उच्च दबाव वाली पानी की बौछारें( high-pressure water cannons) और आंसू गैस( tear gas) के गोले दागे।

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प्रधान मंत्री रानिल विक्रमसिंघे(Prime Minister Ranil Wickremesinghe ) ने कल संसद में कहा कि सार्वजनिक सेवा के सभी गैर-जरूरी कर्मचारियों को मौजूदा ईंधन संकट को देखते हुए आज (20 मई) काम पर न आने को कहा था। उन्होंने कहा कि इससे हाथ में कुछ ईंधन स्टॉक को बचाने में मदद मिलेगी।

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पुलिस ने 19 मई को सोशल मीडिया के जरिए हिंसा भड़काने के आरोप में तीन को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि आगे की जांच कंप्यूटर अपराध अधिनियम के तहत की जाएगी।

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श्रीलंका अपने स्वतंत्र इतिहास(1948) के बाद सबसे खराब आर्थिक स्थिति में पहुंच गया है। यहां भोजन से लेकर रसोई गैस तक हर चीज की कमी है। कीमतों में लगभग 30% की वृद्धि हुई है। यानी सबकुछ महंगा है। फोटो क्रेडिट- Pacific Press Agency, Krishnakumar for News Cutter और twitter

यह भी पढ़ें-श्रीलंका का तमाशा: पब्लिक को घंटों लाइन में लगकर मिल रहा 300 रुपए में पेट्रोल, लेकिन सांसदों के लिए रेट आधा

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16 मई को प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे(Sri Lankan Prime Minister Ranil Wickremesinghe) ने देश को संबोधित करते हुए साफ शब्दों में कहा था-'मैं देश से झूठ नहीं बोलूंगा। हालात बेहद खराब हैं। सरकार पहले ही स्वीकार कर चुकी है कि देश के हालात खराब हैं।

यह भी पढ़ें-जिस 'युद्ध' के चक्कर में निपट गए इमरान खान, उसी में 'घी डालने कूद पड़ा पाकिस्तानी मूल का ये ब्रिटिश अरबपति

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Amitabh Budholiya
बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं
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