Russia Ukraine Crisis: यूक्रेन की रक्षा के लिए ब्रिटेन ने भेजा एंटी टैंक मिसाइल, ट्रेनिंग देने जाएंगे सैनिक

ब्रिटेन यूक्रेन को अपनी रक्षा करने के लिए हथियारों की सप्लाई कर रहा है। उसने कम दूरी तक मार करने वाले एंटी टैंक मिसाइल यूक्रेन को दिए हैं। इन मिसाइलों का इस्तेमाल कर यूक्रेन के जवान रूसी टैंक और बख्तरबंद गाड़ियों को रोक पाएंगे।

Asianet News Hindi | Published : Jan 18, 2022 1:56 AM IST / Updated: Jan 18 2022, 07:38 AM IST

लंदन। रूस और यूक्रेन के बीच चल रही तनातनी (Russia Ukraine Crisis) हर रोज बढ़ती जा रही है। रूस ने यूक्रेन से लगती सीमा पर एक लाख से अधिक सैनिकों को तैनात किया है। इसके साथ ही सीमा पर टैंक, रॉकेट लॉन्चर और बख्तरबंद गाड़ियों जैसे भारी हथियारों की तैनाती की है। दूसरी ओर यूक्रेन भी रूस द्वारा किए जा सकने वाले किसी भी हमले के लिए तैयारी कर रहा है। नाटो की सेनाएं यूक्रेन के सैनिकों को ट्रेनिंग दे रही हैं। यूक्रेन के स्नाइपर जवान विशेष रूप से ट्रेनिंग ले रहे हैं।  

ब्रिटेन यूक्रेन को अपनी रक्षा करने के लिए हथियारों की सप्लाई कर रहा है। उसने कम दूरी तक मार करने वाले एंटी टैंक मिसाइल (Short Range Anti Tank Missiles) यूक्रेन को दिए हैं। इन मिसाइलों का इस्तेमाल कर यूक्रेन के जवान रूसी टैंक और बख्तरबंद गाड़ियों को रोक पाएंगे। ब्रिटेन के डिफेंस सेक्रेटरी बेन वालेस ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश सैनिकों की एक छोटी टीम को ट्रेनिंग देने के लिए यूक्रेन भेजा जाएगा।

एंटी आर्मर हथियारों का पहला खेप रवाना
वालेस ने कहा कि रूस के खतरनाक व्यवहार में तेजी आई है। इसके चलते ब्रिटेन यूक्रेन को सुरक्षा के साथ अतिरिक्त सहायता प्रदान करेगा। सोमवार को हल्के एंटी आर्मर हथियारों का पहला खेप भेजा गया है। यूक्रेन को अपनी सीमा की रक्षा करने का पूरा अधिकार है। ब्रिटेन द्वारा दिए गए हथियार इस काम में उनकी मदद करेंगे। ब्रिटेन ने जो हथियार दिए हैं वे आत्मरक्षा के लिए बने हैं। ये कोई सामरिक हथियार नहीं हैं, जिनसे रूस को कोई खतरा हो। अगर रूस ने यूक्रेन के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई की तो अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का एक पैकेज तैयार है। रूस के किसी भी आक्रमण को कब्जे के रूप में देखा जाएगा, जिससे हर तरफ जानमाल का भारी नुकसान हो सकता है।

बता दें कि रूस ने यूक्रेन पर किसी भी आक्रमण की योजना से इनकार किया है इसके साथ ही उसने पश्चिमी देशों पर आक्रामक रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। यूके ने 2014 में क्रीमिया पर रूस के आक्रमण के बाद यूक्रेन की नौसेना के पुनर्निर्माण में मदद करने की प्रतिबद्धता जताई थी। 2015 से दर्जनों ब्रिटिश सैनिक यूक्रेन के सैनिकों को ट्रेनिंग देने के लिए यूक्रेन में हैं।

 

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