अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी है कि अगर रूस की सेना ने यूक्रेन पर आक्रमण किया तो वह रूस की महत्वाकांक्षी गैस पाइप लाइन परियोजना नॉर्ड स्ट्रीम 2 की शुरुआत नहीं होने देंगे।
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने चेतावनी दी है कि अगर रूस की सेना ने यूक्रेन पर आक्रमण किया तो वह रूस की महत्वाकांक्षी गैस पाइप लाइन परियोजना नॉर्ड स्ट्रीम 2 को नहीं बनने देंगे। नॉर्ड स्ट्रीम 2 पर एक सवाल के जवाब में बाइडेन ने कहा कि अगर रूसी टैंक और सैनिकों ने यूक्रेन की सीमा पार की तो परियोजना के आगे बढ़ने की कोई संभावना नहीं होगी।
जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ मुलाकात के बाद बाइडेन ने कहा, "अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है, तो नॉर्ड स्ट्रीम 2 आगे नहीं बढ़ेगा।" दरअसल, संयुक्त राज्य अमेरिका रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ वापस धकेलने की योजना में सहयोगियों के साथ संयुक्त मोर्चे का प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहा है। अमेरिका कठोर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है। अमेरिका ने कहा है कि रूस द्वारा आक्रमण किए जाने के बाद ये आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए जाएंगे।
पिछले सप्ताह बाइडेन ने जर्मनी सहित नाटो सहयोगियों को अतिरिक्त सहायता प्रदान करने के लिए पूर्वी यूरोप में 3,000 सैनिकों की तैनाती का आदेश दिया था। इस बीच, ऐसी खबरें हैं कि 82वें एयरबोर्न डिवीजन से अमेरिकी सैनिकों का पहला समूह पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी की घोषणा के बाद पोलैंड पहुंचा है। यहां अमेरिका से 1,700 अतिरिक्त सैनिकों को भेजा जाएगा।
पिछले बुधवार को किर्बी ने कहा था कि रूस के साथ बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका यूरोप में अस्थायी रूप से अतिरिक्त बल तैनात करेगा। तैनाती में पोलैंड में भेजे जाने वाले 1,700 सैनिक शामिल हैं और जर्मनी में स्थित 1,000 अमेरिकी सैनिकों को रोमानिया भेजा जाएगा। अन्य 8,500 सैनिक नाटो प्रतिक्रिया बल के लिए बुलाए जाने पर स्थानांतरित होने के लिए तैयार रहेंगे।
1.1 लाख सैनिकों को रूस ने सीमा पर किया है तैनात
बता दें कि अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि मास्को ने यूक्रेन के साथ सीमा के पास 110,000 सैनिकों को इकट्ठा किया है और फरवरी के मध्य तक पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के लिए एक लगभग 150,000 सैनिकों को इकट्ठा करने की राह पर है। वहीं, रूस जोर देकर कहता है कि उसकी हमला करने की कोई योजना नहीं है। रूस ने अमेरिका से इस बात की गारंटी की मांग की है कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाएगा। अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया है।
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