
कीव। रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग (Russia Ukraine War) तेज हो गई है। रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमले तेज किए हैं, जिसे देखते हुए यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास ने छात्रों समेत भारत के सभी नागरिकों से तुरंत यूक्रेन छोड़कर चले जाने को कहा है।
यूक्रेन में पढ़ रहे करीब 1500 छात्रों ने भारतीय दूतावास की इस सलाह को नामंजूर कर दिया है। छात्र डिग्री लेने के लिए जान देने को भी तैयार हैं। उनका कहना है कि 'पढ़ेंगे या यहीं मरेंगे'। छात्रों ने कह दिया है कि वे ताबूत में जाना पसंद करेंगे, लेकिन बिना पढ़ाई पूरी किए देश नहीं लौटेंगे।
अधर में है यूक्रेन से भारत लौटे छात्रों का भविष्य
गौरतलब है कि यूक्रेन में भारत के करीब 20 हजार छात्र पढ़ रहे थे। इनमें अधिकतर मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्र हैं। 24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर हमला शुरू किया तो छात्रों का जीवन खतरे में पड़ गया था। भारत सरकार द्वारा अभियान चलाकर छात्रों को वापस लाया गया था।
छात्र अपनी पढ़ाई बीच में छोड़कर भारत तो आ गए, लेकिन उनका भविष्य अधर में लटक गया। उनकी पढ़ाई कैसे पूरी होगी यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। भारत में कोर्स पूरा होने की व्यवस्था नहीं होने पर करीब 1500 छात्र कुछ माह पहले यूक्रेन लौट गए थे।
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पढ़ाई पूरी कर ही लौटेंगे भारत
यूक्रेन लौटे छात्र जंग तेज होने के बाद भी अपने देश नहीं जाना चाहते। उनका कहना है भारत में उनकी पढ़ाई पूरी करने की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके चलते उनके पास जान जोखिम में डालकर यूक्रेन में ठहरने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। छात्रों का कहना है कि उन्हें काफी कठिनाई हो रही है इसके बाद भी वे पढ़ाई पूरी कर ही भारत लौटना चाहते हैं।
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