पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार; खासकर हिंदू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन और निकाह से जुड़े इस मामले में कोर्ट के आदेश ने खौफ का माहौल पैदा कर दिया है। कोर्ट ने एक हिंदू नाबालिग लड़की चंदा मेहराज को उसके ही किडनैपर को सौंपने का फैसला सुना दिया।
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार(Atrocities on Hindus in Pakistan); खासकर हिंदू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन और निकाह(forced conversion and forced marriage) से जुड़े इस मामले में कोर्ट के आदेश ने खौफ का माहौल पैदा कर दिया है। यह पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों के लिए बिलकुल भी अच्छी खबर नहीं है। कोर्ट ने एक हिंदू नाबालिग लड़की चंदा मेहराज (Chanda Maharaj-15 वर्ष) को उसके ही किडनैपर को सौंपने का फैसला सुनाया है। चंदा मेहराज को पुलिस द्वारा छुड़ाए जाने के एक दिन बाद ही एक पाकिस्तानी अदालत ने फैसला सुनाया कि उसे अपने मुस्लिम पति के पास वापस जाना चाहिए। हालांकि जब विरोध हुआ, तब अदालत ने चंदा मेहराज को मेडिकल जांच के लिए सेफ हाउस में भेजा है। पढ़िए चौंकाने वाला फैसला...
1. चंदा मेहराज का 13 अक्टूबर, 2022 को को सिंध के हैदराबाद शहर से शमन मैगसी बलूच(Shaman Magsi Baloch) नाम के आदमी ने अपहरण कर लिया था। बाद में चंदा मेहराज को कराची पुलिस ने हफ्ते भर बाद कराची शहर में किराए के एक घर से बरामद किया था।
2. हालांकि उसकी किडनैपिंग को लेकर भी पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। चंदा मेहराज का अपहरण तब कर लिया गया था, जब वह घर लौट रही थी। पुलिस के मुताबिक, उसका अपहरण अक्टूबर 2022 को हुआ था। लेकिन परिजनों का आरोप है कि घटना 12 अगस्त को हुई थी।
3. अब पाक कोर्ट ने हिंदू लड़की को अगवा करने वाले शमन के फेवर में ही फैसला सुनाया है। अदालत ने चंदा को अपने माता-पिता के साथ जाने की इजाजत नहीं दी, जबकि उसे जबरिया शौहर के साथ जाने का आदेश सुना दिया। हालांकि बाद में थोड़ा बदल दिया।
4. चंदा को कराची की अदालत में पेश किया गया था। चंदा ने कोर्ट में बयान दिया था कि अपहरण के बाद उसे कराची ले जाया गया। वहां जबरन इस्लाम में परिवर्तित कर दिया गया। पुलिस द्वारा उसे छुड़ाए जाने से पहले एक सप्ताह तक उसका बार-बार यौन शोषण हुआ। मारपीट(assaulted sexually and physically) की गई।
5. कोर्ट ने चंदा मेहराज को कराची स्थित गर्ल्स शेल्टर होम भेज दिया था। लेकिन आरोपी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। यहां तक कि अदालत ने चंदा को माता-पिता के साथ जाने की इजाजत तक नहीं दी।
6. जब कोर्ट ने चंदा को माता-पिता के साथ नहीं जाने दिया, तो वो कोर्ट परिसर में ही उनसे लिपटकर रो पड़ी थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
7. हालांकि बाद में कोर्ट ने अपने फैसले में थोड़ा बदलाव किया था। कोर्ट ने चंदा को एक सुरक्षित घर में जाने और मेडिकल रिपोर्ट करने का आदेश दिया था।
8. जब चंदा का किडनैप हुआ था, तब उसकी मां ने कहा था कि उन्हें न्याय व्यवस्था पर भरोसा नहीं है। "मुझे अब उम्मीद है कि सरकार और अदालत उनके साथ न्याय करेगी।" लेकिन अब ऐसा भी नहीं हुआ।
9.पाकिस्तान में इस तरह के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आशंका है कि यहां हर साल कम से कम 1000 अल्पसंख्यक लड़कियों, जिनमें ज्यादातर हिंदू और कम उम्र की लड़कियां हैं, को जबरन इस्लाम में परिवर्तित किया जाता है। वहीं, अधिक उम्र के मुस्लिम पुरुषों से शादी कर दी जाती है।
10. चंदा मेहराज मामले ने पाकिस्तान में न्याय व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। द्रविड़ एकता के अध्यक्ष और मानवाधिकार कार्यकर्ता शिव कच्छी ने कहा कि अगर पुलिस ने सही समय पर कार्रवाई की होती, तो लड़की को बहुत पहले छुड़ा लिया जाता।
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