रूस यूक्रेन जंग के चलते 1582 आम लोगों की मौत, कब्रिस्तान में जगह पड़ी कम, सामूहिक कब्रों में दफनाए जा रहे शव

Published : Mar 13, 2022, 02:51 PM IST
रूस यूक्रेन जंग के चलते 1582 आम लोगों की मौत, कब्रिस्तान में जगह पड़ी कम, सामूहिक कब्रों में दफनाए जा रहे शव

सार

रूस यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद से रूसी गोलाबारी में 1,500 से अधिक लोग मारे गए हैं। मरने वालों की संख्या इतनी अधिक है कि कब्रिस्तान में जगह कम पड़ गई है। इसके चलते सामूहिक कब्रों में शव दफनाए जा रहे हैं। 

कीव। रूस यूक्रेन जंग (Russia Ukraine War) का आज 18वां दिन है। यूक्रेन में मानवीय स्थिति तेजी से बिगड़ रही है। मारियुपोल में स्थिति विनाशकारी हो गई है। युद्ध शुरू होने के बाद से रूसी गोलाबारी में 1,500 से अधिक लोग मारे गए हैं। मरने वालों की संख्या इतनी अधिक है कि कब्रिस्तान में जगह कम पड़ गई है। इसके चलते सामूहिक कब्रों में शव दफनाए जा रहे हैं। 

शवों को दफनाने में स्थानीय अधिकारियों की मदद कर रहे एक सामाजिक सेवा कार्यकर्ता वलोडिमिर ब्यकोवस्की ने कहा कि केवल एक चीज मैं चाहता हूं कि यह सब समाप्त हो जाए। मुझे नहीं पता कि कौन दोषी है और कौन सही है। मुझे नहीं पता कि इसे किसने शुरू किया, लेकिन इसे समाप्त होना चाहिए। 

विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा- पुतिन निहत्थे लोगों पर कर रहे बमबारी 
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने एक सामूहिक कब्र की तस्वीर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट की है। इसमें देखा जा सकता है कि एक खुली जगह पर लंबा गड्ढा खोद गया है और उसमें पॉलिथीन बैग में पैक कई शव दफनाने के लिए रखे गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि यूक्रेन के मारियुपोल में रूसी सेना ने घेराबंदी कर रही है। यहां के लोग दुनिया के सबसे खराब मानवीय आपदा का सामना कर रहे हैं। 12 दिनों में 1582 आम नागरिक मारे गए हैं। शवों को समूहिक कब्रों में दफनाना पड़ रहा है। पुतिन (रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन) ने निहत्थे लोगों पर बमबारी की। उन्होंने मानवीय सहायता को रोक दिया। रूसी युद्ध अपराधों को रोकने के लिए हमें विमानों की आवश्यकता है।

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यूक्रेन में तेजी से बिगड़ रही मानवीय स्थिति 
बता दें कि मारियुपोल में बिजली और पानी की आपूर्ति काट दी गई है। रूसी गोलाबारी में इमारतों, घरों, अस्पतालों और सड़कों को नष्ट कर दिया गया है। युद्ध के बीच यूक्रेनियन एक दूसरे की मदद और अपने देश की रक्षा कर रहे हैं। यूक्रेन के एक किसान पेट्रो ने कहा कि युद्ध दूध उत्पादन और कृषि उत्पादन को प्रभावित करेगा। हमें बीज, ईंधन और उर्वरक की जरूरत है और सड़कें बंद हैं। 

रूसी सेना ने शनिवार को मॉस्को के "विशेष सैन्य अभियान" के 17वें दिन बोलते हुए कहा था कि यूक्रेन में मानवीय स्थिति तेजी से बिगड़ रही है और कई शहरों में विनाशकारी हो गई है। रूसी राष्ट्रीय रक्षा नियंत्रण केंद्र के प्रमुख मिखाइल मिजिंटसेव ने कहा कि दुर्भाग्य से यूक्रेन में मानवीय स्थिति तेजी से बिगड़ रही है। कुछ शहरों में स्थिति भयावह है।

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