
न्यूयार्क। रूस के हमले (Russia Ukraine war) के दौरान यूक्रेन के कम से कम 16 बच्चों के मारे जाने का दावा किया जा रहा है। यूएन सिक्योरिटी कौंसिल (UNSC) में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई किस्लित्सिया (Sergiy Kyslytsya) ने बताया कि कम से कम साढ़े तीन लाख स्कूली बच्चों कर युद्ध की तबाही से पठन-पाठन ठप है।
रूस ने वेबसाइट बंद किए
यूएन में यूक्रेन के राजदूत, सर्गेई किस्लित्सिया ने बताया कि लाइन और डेडीकेडेट वेबसाइट को (रूस द्वारा) बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि 27 फरवरी तक शत्रु का नुकसान लगभग 4,300 और 200 से अधिक को युद्धबंदी के रूप में लिया गया है लेकिन रूस इनकार करता है। यूक्रेन ने रूसी सैनिकों के रिश्तेदारों के लिए एक हॉटलाइन खोली थी जिनसे संपर्क नहीं किया जा सकता था; पहले घंटे के दौरान रूसी माताओं से 100 से अधिक कॉल प्राप्त हुए।
350,000 से अधिक बच्चे स्कूली शिक्षा नहीं पा रहे
यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्री विक्टर लियाशको के अनुसार, 24 फरवरी से अब तक कम से कम 16 बच्चे मारे गए हैं। यूक्रेनी शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, 350,000 से अधिक स्कूली बच्चों की शिक्षा तक पहुंच नहीं है।
यूक्रेन के 198 लोगों की मौत
रूस द्वारा किए गए हमले से अबतक यूक्रेन के 198 आम लोगों की मौत हुई है। इनमें 16 बच्चे भी शामिल हैं। 33 बच्चों सहित 1,115 लोग घायल हुए हैं। रूसी सेना ने कीव पर मिसाइल और तोपखाने से भारी हमला किया था। सिटी सेंटर में स्थित सरकारी भवनों के पास गोलियां चलीं। यूक्रेन के अधिकारियों ने नागरिकों से रूसी सेना को आगे बढ़ने से रोकने में मदद करने का आग्रह किया है। यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना ने काला सागर से सूमी, पोल्टावा और मारियुपोल शहरों में क्रूज मिसाइलें दागीं और दक्षिणी शहर मारियुपोल के पास भारी लड़ाई हुई।
2 लाख शरणार्थियों ने छोड़ा यूक्रेन
शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उप उच्चायुक्त केली क्लेमेंट्स ने कहा है कि यूक्रेन में संकट जारी रहने के कारण 40 लाख लोग सीमा पार करने की कोशिश कर सकते हैं। 2 लाख शरणार्थियों ने यूक्रेन छोड़ दिया है। क्लेमेंट्स ने कहा कि 850,000 लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं।
क्या है मामला?
रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर हमला शुरू किया था। रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई का मुख्य कारण यूक्रेन का अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो का सदस्य बनने की कोशिश है। यूक्रेन का नाटो और यूरोपिय यूनियन से करीबी संबंध है। रूस ने अमेरिका से इस बात की गारंटी की मांग की थी कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाएगा, लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया। रूस यूक्रेन के नाटो सदस्य बनने को अपनी सुरक्षा के लिए संकट के रूप में देखता है।
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