Russia Ukraine War: यूक्रेन ने रूसी हाइपरसोनिक मिसाइल को हवा में किया नष्ट, पैट्रियट डिफेंस सिस्टम से बच नहीं सका किंजल

यूक्रेन ने रूसी हाइपरसोनिक मिसाइल किंजल को हवा में नष्ट करने का दावा किया है। यह पहली बार है जब किंजल जैसे रूसी मिसाइल को इंटरसेप्ट किया गया है। इस मिसाइल को कीव के आसमान में अमेरिकी एयर डिफेंस सिस्टम पैट्रियट से मार गिराया गया।

Vivek Kumar | Published : May 7, 2023 10:19 AM IST

कीव। रूस और यूक्रेन के बीच एक साल से अधिक समय से लड़ाई (Russia Ukraine War) चल रही है। इस दौरान रूस ने अपने अत्याधुनिक हथियारों से यूक्रेन पर हमला किया है। किंजल (Kh-47 Kinzhal) मिसाइल ऐसे हथियारों में से एक है। रूस द्वारा बनाया गया यह बैलिस्टिक मिसाइल हाइपरसोनिक है। पहले कहा जा रहा था कि अत्यधिक रफ्तार के चलते किंजल को हवा में रोक पाना बेहद कठिन है, लेकिन यूक्रेन ने अमेरिका की मदद से ऐसा कर दिखाया है।

यूक्रेन की वायु सेना ने दावा किया है कि उसने शनिवार को रूसी हाइपरसोनिक मिसाइल को कीव के आसमान में नष्ट किया है। इसे अमेरिका से मिले पैट्रियट डिफेंस सिस्टम (Patriot defense systems) से नष्ट किया गया। सामने आई यह पहली घटना है जब किसी देश ने रूस के अत्याधुनिक मिसाइल को इंटरसेप्ट (हवा में रोकना) किया है।

कीव पर हमला करने के लिए दागा गया था किंजल मिसाइल

यूक्रेनी एयर फोर्स के कमांडर मायकोला ओलेशचुक ने कहा कि किंजल टाइप बैलिस्टिक मिसाइल को इंटरसेप्ट किया गया है। इसे रात में यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला करने के लिए दागा गया था। यूक्रेन द्वारा पैट्रियट डिफेंस सिस्टम इस्तेमाल किए जाने की जानकारी पहली बार सामने आई है।

रूसी सीमा में रहते हुए Mig-31K विमान ने दागा था मिसाइल

अपने टेलीग्राम पोस्ट में मायकोला ओलेशचुक ने लिखा, "हां, हमने अनोखे किंजल को मार गिराया है। चार मई की रात को यह घटना हुई। मिसाइल को कीव के आसमान में नष्ट किया गया।" ओलेशचुक ने कहा कि Kh-47 को Mig-31K फाइटर प्लेन ने रूसी सीमा में रहते हुए लॉन्च किया था। Kh-47 को पैट्रियट मिसाइल से मार गिराया गया।

2 हजार किलोमीटर है किंजल का रेंज

गौरतलब है कि किंजल रूस का लेटेस्ट और अत्याधुनिक हथियार है। हवा से जमीन पर मार करने वाले किंजल मिसाइल का रेंज दो हजार किलोमीटर तक है। यह बैलिस्टिक मिसाइल हवा में आवाज की गति से 10 गुना तेज रफ्तार से उड़ान भरता है। अत्यधिक तेज रफ्तार इसे इंटरसेप्ट करने में मुश्किल बनाता है। इस मिसाइल का इस्तेमाल अंडरग्राउंड बंकर और पहाड़ों में बने सुरंग जैसे बहुत अधिक मजबूत टारगेट को नष्ट करने के लिए होता है।

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