पहली बार यूक्रेन ने रूस में घुसकर किया हवाई हमला, पकड़े जाने से बचने के लिए पायलट ने अपनाया यह तरीका

यूक्रेन ने पहली बार रूस में घुसकर हवाई हमला किया है। यूक्रेन के दो लड़ाकू हेलीकॉप्टरों ने सीमा के पास स्थित बेलगोरोड में ऑयल डिपो पर हमला किया। रूसी रडारों की पकड़ में आने से बचने के लिए पायलटों ने कई ऊंचाई पर तेज रफ्तार से उड़ान भरी।

Asianet News Hindi | Published : Apr 1, 2022 11:07 AM IST / Updated: Apr 01 2022, 04:40 PM IST

कीव। यूक्रेन पर रूस द्वारा किए गए हमले (Russia Ukraine War) का आज 37वां दिन है। रूस द्वारा किए गए हवाई हमले के चलते यूक्रेन के कई शहर तबाह हो गए हैं। इस बीच यूक्रेन ने पहली बार रूस पर पलटवार किया है। यूक्रेन ने रूस के अंदर घुसकर हवाई हमला किया है और बेलगोरोड शहर के ऑयल डिपो को उड़ा दिया है। यूक्रेन के दो लड़ाकू हेलीकॉप्टरों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। रूसी रडार की नजर में आने से बचने के लिए पायलटों ने कम ऊंचाई पर तेज रफ्तार से उड़ान भरी। 

रूस ने जहां मिसाइल दागकर और लड़ाकू व बमवर्षक विमानों से हमला कर यूक्रेन के एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया है। वहीं, रूस के एयर डिफेंस सिस्टम को लड़ाई में नुकसान नहीं हुआ है। रूस के पास एस 400 जैसा दुनिया का सबसे बेहतर एयर डिफेंस सिस्टम है। ऐसे में रूसी सेना की नजर से बचकर यूक्रेनी वायु सेना के पायलटों के लिए हमला करना बेहद कठिन था। 

कई ऊंचाई पर तेज रफ्तार से भरी उड़ान
यूक्रेन ने सीमा के पास स्थित बेलगोरोड में हमला किया। अब तक सार्वजनिक हुई सूचना के अनुसार यह पहली बार है कि यूक्रेन के किसी एयरक्राफ्ट ने रूसी एयरस्पेस में घुसकर हमला किया। इसके चलते तेल डिपो में आग लग गई और दो कर्मचारी घायल हो गए। बेलगोरोड के गवर्नर व्याचेस्लाव ग्लैडकोव ने कहा कि आग यूक्रेन के दो हेलीकॉप्टरों के हवाई हमले के कारण लगी।

 

 

यूक्रेनी हेलीकॉप्टर पायलटों को सैन्य रडार और वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा पता लगाए जाने से बचने के लिए कम उड़ाई पर तेज रफ्तार से उड़ान भरने का बहुत अनुभव है। उन्होंने हमला करने किए अपनी इसी क्षमता का इस्तेमाल किया। वे वर्षों से पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में ठीक वैसा ही कर रहे हैं।

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रात में यूक्रेनी हेलीकॉप्टरों ने किया हमला
रात में यूक्रेनी हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भरा। पायलट कम ऊंचाई पर उड़ते हुए तेजी से रूसी क्षेत्र में पहुंचे और दुश्मन के ईंधन डिपो पर हमला कर लौट गए। इस ऑपरेशन को पायलटों ने असाधारण बहादुरी और उड़ान कौशल से अंजाम दिया। कम ऊंचाई पर उड़ने के चलते यूक्रेनी हेलीकॉप्टर रूसी रडार की नजर में आने से बचे रहे। हालांकि उनके कम दूरी की वायु रक्षा प्रणालियों की चपेट में आने का खतरा था। रात में नीचे उड़ना और अधिक खतरनाक होता है क्योंकि तब बिल्डिंग या किसी और वस्तु से टकराने का खतरा रहता है। यह हमला इस बात का सबूत है कि यूक्रेन की वायु सेना जवाबी कार्रवाई करने में सक्षम है। इससे यूक्रेन की सेना का मनोबल बढ़ेगा।

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