केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने पोलैंड-यूक्रेन सीमा पर बुडोमिर्ज का दौरा किया। उन्होंने फंसे हुए भारतीय छात्रों से मुलाकात की और उन्हें भोजन और पानी दिया। उन्होंने छात्रों से कहा कि सबको जल्द भारत ले चलेंगे।
बुडोमिर्ज। केंद्रीय मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह (VK Singh) ने बुधवार को पोलैंड-यूक्रेन सीमा पर बुडोमिर्ज का दौरा किया। उन्होंने फंसे हुए भारतीय छात्रों से मुलाकात की और उन्हें भोजन और पानी दिया। उन्होंने छात्रों से कहा कि सबको जल्द भारत ले चलेंगे। जंग (Russia Ukraine War) के चलते यूक्रेन में फंसे इन छात्रों को पोलैंड से भारत भेजा जाएगा।
भारतीय छात्रों से मुलाकात के बाद वीके सिंह ने कहा कि वे थक चुके हैं, लेकिन छात्रों को इस बात से राहत मिली है कि उन्हें उनकी मातृभूमि वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, "यह बिना कहे पता चल जाता है कि छात्रों का मनोबल ऊंचा है। मैं उनके लचीलेपन से प्रभावित हूं, जय हिंद।"
निकासी प्रक्रिया की निगरानी के लिए सरकार द्वारा नियुक्त विशेष दूतों में से एक सिंह ने पोलैंड में भारत की राजदूत नगमा मल्लिक के साथ स्थिति का जायजा लेने के लिए बुडोमिर्ज का दौरा किया। वारसॉ (पोलैंड) में भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने पश्चिमी यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के लिए पोलैंड सीमा पर एक नए प्रवेश बिंदु की पहचान की है।
यह भी पढ़ें- वायु सेना के विमान में बैठे छात्रों का मंत्री वीके सिंह ने बढ़ाया उत्साह, लगे भारत माता की जय के नारे
दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि लविव और टेरनोपिल और पश्चिमी यूक्रेन के अन्य स्थानों में फंसे छात्रों सहित भारतीय नागरिक पोलैंड में अपेक्षाकृत जल्दी प्रवेश के लिए बुडोमिर्ज सीमा चेक-पॉइंट पर जल्द से जल्द यात्रा कर सकते हैं। अधिकारियों ने कहा कि वैकल्पिक रूप से उन्हें हंगरी या रोमानिया के माध्यम से पारगमन के लिए दक्षिण की यात्रा करने की सलाह दी जाती है। उन्होंने भारतीय नागरिकों को शेहिनी-मेड्यका सीमा पार करने से बचने की भी सलाह दी। यहां भीड़भाड़ जारी है।
स्लोवाकिया यूक्रेन सीमा पर पहुंचे किरेन रिजिजू
भारतीय दूतावास ने अपने अधिकारियों को मेड्यका और बुडोमिर्ज सीमा चौकियों पर तैनात किया है ताकि भारतीय छात्रों को पोलैंड में प्रवेश में परेशानी नहीं हो। इस बीच सरकार के एक अन्य विशेष दूत केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू फंसे हुए छात्रों को निकालने की निगरानी के लिए स्लोवाकिया यूक्रेन सीमा के पास कोसिसे में पहुंचे हैं। स्लोवाकिया में भारत के राजदूत वनलालहुमा और ब्रसेल्स में भारतीय दूतावास में सचिव पंकज फुकन भी 'ऑपरेशन गंगा' के तहत निकासी मिशन की सुविधा के लिए वहां पहुंच गए हैं।
यह भी पढ़ें- रूस ने यूक्रेन पर लगाया भारतीय छात्रों को बंधक बनाने का आरोप, कहा- ढाल के रूप में कर रहे इस्तेमाल