फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा पर आपराधिक मुकदमा चलाएगा रूस, भ्रामक सूचनाएं फैलाने का आरोप

Published : Mar 11, 2022, 07:39 PM IST
फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा पर आपराधिक मुकदमा चलाएगा रूस, भ्रामक सूचनाएं फैलाने का आरोप

सार

 Russia's Action against Meta : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच रूस ने कुछ दिन पहले एक सेंसरशिप के तहत देश में फेसबुक पर प्रतिबंध लगा दिया था। रूस की इस कार्रवाई के विरोध में फेसबुल की मूल कंपनी मेटा ने रूस में सभी विज्ञापनों पर रोक लगा दी। मेटा के इन प्रतिबंधों के बीच रूस में लोगों को फेसबुक चलाने में काफी कठिनाई हो रही है। 

मॉस्को। रूस ने फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा (Facebook's Parent compant Meta) के खिलाफ आपराधिक मुकदमा (Criminal case) चलाने की बात कही है। उसका आरोप है कि फेसबुक और इंस्टाग्राम ने उसके नेताओं और सेना के खिलाफ हिंसक संदेशों को प्रसारित करने में नियमों में छूट दी। इसी वजह से देश में रूसी आर्मी और नेताओं के खिलाफ भ्रामक जानकारियां प्रसारित की गईं। 

रूस ने लगाया था फेसबुक पर प्रतिबंध
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच रूस ने कुछ दिन पहले एक सेंसरशिप के तहत देश में फेसबुक पर प्रतिबंध लगा दिया था। रूस की इस कार्रवाई के विरोध में फेसबुल की मूल कंपनी मेटा ने रूस में सभी विज्ञापनों पर रोक लगा दी। मेटा के इन प्रतिबंधों के बीच रूस में लोगों को फेसबुक चलाने में काफी कठिनाई हो रही है। उसके इस कदम से रूस के विज्ञापनदाता दुनिया में कहीं भी फेसबुक पर विज्ञापन नहीं दे पाएंगे। मेटा ने कहा कि रूसी सरकार के फैसले से लाखों नागरिक विज्ञापन के जरिए जानकारी प्राप्त करने से वंचित रहेंगे।

यह भी पढ़ें रूस ने जल्दबाजी में भर्ती किए 16 हजार ISIS के पूर्व लड़ाके, बन रहा सीरियाई माहौल

संसद में पास किया गया बिल
मामले की शुरुआत तब हुई जब रूस की संचार एजेंसी रोसकोम्नाडजोर ने अक्टूबर 2020 से फेसबुक द्वारा रूसी मीडिया और सूचना संसाधनों के साथ भेदभाव के 26 मामलों का हवाला देते हुए पिछले हफ्ते फेसबुक पर रोक लगा दी। इससे पहले रूसी संसद ने देश के सशस्त्र बलों के बारे में फर्जी खबर फैलाने के खिलाफ एक नया बिल पेश किया, जिसमें 15 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान किया गया। इसी बिल के तहत फेसबुक के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जा सकता है। इससे पहले मेटा ने कहा था कि हमने फेसबुक पर रूसी सरकार द्वारा नियंत्रित मीडिया वेबसाइटों के लिंक वाले पोस्ट को कम करना शुरू कर दिया है। हम इन लिंक को लोगों को शेयर करने या उन पर क्लिक करने से पहले जागरूक करेंगे कि वे रूस नियंत्रित मीडिया साइट्स पर कम जाएं। 

यह भी पढ़ें रूस में भारतीय छात्रों को कोई खतरा नहीं, जारी रखें पढ़ाई; रूस स्थित भारतीय दूतावास ने जारी की गाइडलाइन

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

दुबई में पब्लिक बस में क्यों दिखे भारतीय अरबपति यूसुफ अली? वायरल वीडियो ने सबको चौंका दिया
ब्राउन यूनिवर्सिटी में फाइनल एग्ज़ाम के बीच खूनखराबा, 2 की मौत, कैसे और किसने किया तांडव?