
Vladimir Putin India visit: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिसंबर में भारत की यात्रा पर आ सकते हैं। न्यूज एजेंसी एएफपी ने क्रेमलिन के अधिकारियों के हवाले से यह खबर दी है। यह यात्रा ऐसे समय होगी जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत पर रूसी तेल नहीं खरीदने के लिए दबाव डाल रहे हैं। उन्होंने भारतीय सामानों पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया है।
क्रेमलिन ने पहले घोषणा की थी कि पुतिन ने मई में भारत आने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। दोनों पक्षों ने अभी तक तारीख तय नहीं की है। पुतिन की दिसंबर यात्रा की खबर ऐसे समय में आई है जब पीएम मोदी 1 सितंबर को चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान रूसी राष्ट्रपति से मिलने वाले हैं।
2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से पुतिन पहली बार भारत आने वाले हैं। ट्रंप के टैरिफ के उनकी यात्रा का महत्व और अधिक बढ़ गया है। अमेरिका के साथ भारत के संबंध तनावपूर्ण हो रहे हैं। वहीं, रूस और चीन के साथ जुड़ाव बढ़ रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में रूस से तेल खरीदने के चलते भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया था। इससे कुल शुल्क बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया है। भारत सरकार ने वाशिंगटन के इस कदम की कड़ी आलोचना की है। कहा है कि यह दोहरा मापदंड है। रूस से सबसे अधिक तेल चीन खरीदता है, उसपर इतना अधिक टैरिफ नहीं लगाया गया है। यूरोप के देश रूस के साथ कारोबार कर रहे हैं। अमेरिकी दबाव के बावजूद भारत ने रूस के साथ अपने तेल व्यापार को रोकने का कोई संकेत नहीं दिया है।
रूस ने भारत का समर्थन करते हुए अमेरिकी टैरिफ कदम को अनुचित और दोहरा मापदंड बताया है। रूसी दूतावास ने कहा कि यदि भारतीय सामान अमेरिकी बाजार में नहीं जा सकते, तो वे रूस जा सकते हैं।
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पुतिन की यात्रा के दौरान भारत रूस के साथ हथियारों की खरीद के लिए बड़े सौदे कर सकता है। भारत को पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों की जरूरत है। अतिरिक्त S 400 सिस्टम खरीदे जाने हैं। रूस लंबे समय से भारत का सबसे बड़ा रक्षा साझेदार रहा है। यह संबंध सोवियत काल से चले आ रहे हैं। पुतिन की आगामी यात्रा में आर्थिक और ऊर्जा से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
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