
Myanmar Earthquake: भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में एक शक्तिशाली भूकंप आया जिसके बाद आस-पास की धरती कांप उठी। इस बार भूकंप का असर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र म्यांमार में था और इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.7 मापी गई। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, भूकंप का केंद्र म्यांमार के मांडले शहर में था। यह भूकंप दोपहर के समय 10 किलोमीटर की गहराई में आया था।
म्यांमार के स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, मरने वालों की संख्या अब तक 1600 हो चुकी है। वहीं USGS ने अनुमान लगाया है कि मरने वालों की संख्या 10 हजार से ज्यादा हो सकती है। अब ऐसे में भूवैज्ञानिक फीनिक्स ने सीएनएन को बताया कि म्यांमार के इस इलाके में महीनों तक आफ्टरशॉक्स आते रहेंगे, क्योंकि भारतीय टेक्टोनिक प्लेट यूरोशियन प्लेट से टकराती रहती है।
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भारत ने म्यांमार में भूकंप से प्रभावित लोगों की मदद की है और लोगों के लिए यूनिट और बचाव दल भेजे हैं। इस सहायता में कंबल, तिरपाल, हाइजीन किट, स्लीपिंग बैग, सोलर लैंप, खाने के पैकेट और किचन सेट जैसी आवश्यक सामग्री शामिल है। भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत दो C-17 विमान भेजे गए, जिनमें 118 सदस्यीय भारतीय सेना की चिकित्सा टीम, महिलाओं और बच्चों की देखभाल सेवा, और 60 टन राहत सामग्री मौजूद थी। ये विमान शनिवार को म्यांमार पहुंच गए।
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