इस सीरियल किलर से आज भी डरता है न्यूयॉर्क शहर, इसकी करतूत जान आप भी कांप जाएंगे

कुछ पत्रों में, उसने अपना नाम 'सैम' लिखा और कहा कि उसे 'शिकार करना पसंद है'। एक पत्र में, उन्होंने 'सैम का बेटा' लिखा था। साथ ही, उन्होंने लिखा था कि सैम नाम के एक व्यक्ति के निर्देश पर हर हत्या की गई थी।

Sushil Tiwari | Published : Aug 12, 2024 4:59 AM IST

सीरियल किलर अक्सर अपने शिकार को खोजने और मारने के लिए समान तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। इन समानताओं के आधार पर ही अक्सर पुलिस ऐसे मानसिक रूप से विक्षिप्त हत्यारों को पकड़ती है। लेकिन 1970 के दशक में न्यूयॉर्क शहर के लिए काल बने सीरियल किलर को पकड़ने के लिए न्यूयॉर्क पुलिस विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ी। उस समय न्यूयॉर्क शहर में दहशत फैलाने वाले हत्यारे ने लोगों में इस कदर दहशत पैदा कर दी थी कि उन्हें हर पल अपनी हत्या होने का डर सताता रहता था। आखिरकार, चार दशक से भी अधिक समय बाद, बिना जमानत के जेल की सलाखों के पीछे बंद डेविड बर्कोविट्ज आज भी न्यूयॉर्क शहर के लिए एक बुरा सपना है। 

1970 के दशक के मध्य में, डेविड ने न्यूयॉर्क शहर में अब तक की सबसे लंबी और क्रूर हत्याओं की होड़ शुरू की। 29 जुलाई, 1976 को 18 वर्षीय डोना लॉरिया डेविड की पहली शिकार बनी। डेविड के पहले हमले में डोना की सहेली जोड वालेंट बाल-बाल बच गई। हालांकि पुलिस हत्यारे की पहचान नहीं कर पाई। अगले ही साल, क्रिस्टीन फ्रेंड (26), वर्जीनिया वोस्केरिचियन (19), वैलेंटिना सुरियानी (18), अलेक्जेंडर Esau (20), स्टेसी मोस्कोविट्ज़ (20)। आदि की भी इसी तरह हत्या कर दी गई। डेविड ने अपने सभी कत्ल एक खास तरह की पिस्तौल से किए थे। इससे हत्यारे को एक उपनाम मिला। '.44 कैलिबर किलर'। मारे गए लोगों में ज्यादातर ब्रोंक्स, ब्रुकलिन और क्वींस के थे। इतना ही नहीं, सुबह होने वाली हत्याओं में ज्यादातर पीड़ित भूरे बालों वाले थे। इससे न्यूयॉर्क शहर की महिलाएं अपने बालों का रंग बदलवाने के लिए सैलून की ओर दौड़ पड़ीं। बहुत से लोग डरते थे कि वे अगले शिकार होंगे। 

Latest Videos

साथ ही, हत्यारा अपने अगले अपराधों के संकेत देकर पुलिस को चुनौती दे रहा था। इसके लिए हत्यारा पत्र लिखता था। कुछ पत्रों में, उसने अपना नाम 'सैम' लिखा और कहा कि उसे 'शिकार करना पसंद है'। एक अखबार के स्तंभकार जिमी ब्रेस्लिन को लिखे एक पत्र में 'सैम का बेटा' लिखा था। साथ ही, उन्होंने लिखा था कि सैम नाम के एक व्यक्ति के निर्देश पर हर हत्या की गई थी। इतना सब होने के बाद भी पुलिस हत्यारे का पता नहीं लगा पाई। कई जाने-माने अधिकारियों ने मामले की जांच की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल सका। कई गवाहों ने पुलिस को परस्पर विरोधी जानकारी दी। अंत में, हत्यारे द्वारा इस्तेमाल की गई पीली 1970 की फोर्ड गैलेक्सी कार ने पुलिस को अपराधी को खोजने में मदद की। 

डेविड के हमले में बची एक पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसने हमले वाली जगह पर पीले रंग की 1970 की फोर्ड गैलेक्सी कार देखी थी। इलाके में प्रवेश करने के लिए वाहनों को विशेष पास लेना पड़ता था। इसके बाद पुलिस ने इसी दिशा में अपनी जांच शुरू कर दी। 10 अगस्त, 1977 को पुलिस ने गोलीबारी वाली जगह पर आने-जाने वाले वाहनों की सूची की जांच की। अंत में डेविड बर्कोविट्ज की पीली 1970 की फोर्ड गैलेक्सी कार से एक पिस्तौल, कारतूस, नक्शे और एक पुलिस अधिकारी को धमकी भरा पत्र मिला। इसके बाद पुलिस ने डेविड को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में डेविड ने पुलिस को बताया कि पड़ोसी का 'सैम' नाम का 'लैब्राडोर' कुत्ता ही उसे हत्याएं करने के लिए कहता था। डेविड ने लैब्राडोर के नाम पर ही हत्याओं की जिम्मेदारी ली थी। डेविड को छह हत्याओं के लिए अधिकतम 25 साल से लेकर आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। 2002 से वह पैरोल के लिए आवेदन कर रहा है, लेकिन इस साल मई में डेविड की 12वीं पैरोल याचिका भी खारिज कर दी गई।

Share this article
click me!

Latest Videos

PM Modi LIVE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में जनसभा को संबोधित किया
नक्सली सोच से लेकर भ्रष्टाचार के जन्मदाता तक, PM Modi ने जम्मू में कांग्रेस को जमकर सुनाया
Bulldozer Action पर Asaduddin Owaisi ने BJP को जमकर धोया
घूंघट वाली महिला सरपंच का फर्राटेदार अंग्रेजी भाषण, IAS Tina Dabi भी सुनकर रह गई दंग
कौन हैं मुकेश अहलावत? आतिशी की टीम सबसे ज्यादा इनकी चर्चा क्यों