Reza Pehalvi इस सप्ताह इजराइल का करेंगे दौरा, ईरान से हुए थे निर्वासित, कभी खुद को घोषित किया था शहंशाह

ईरानी शाह के निर्वासित बेटे इस सप्ताह इजराइल का दौरा करेंगे। इजराइल ने अपने बयान में कहा कि रजा पहलवी की यात्रा का उद्देश्य इजराइल और ईरानी लोगों के बीच एक पुल बनाना है।

येरूस्लम: 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद देश से बाहर निकाले गए ईरानी शाह के निर्वासित बेटे इस सप्ताह इजराइल का दौरा करेंगे। इजरायल की सरकार ने रविवार को कहा है वह इजराइल की सरकारी यात्रा करने वाले सबसे वरिष्ठ ईरानी व्यक्तित्व होंगे। बता दें कि इजराइल और ईरान के बीच कभी बेहद मजबूत संबंध हुआ करते थे। हालांकि, इस्लामिक क्रांति के बाद से दोनों देश एक-दूसरे के दुश्मन बन गए हैं। इजराइल ने अपने बयान में कहा कि रजा पहलवी की यात्रा का उद्देश्य इजराइल और ईरानी लोगों के बीच एक पुल बनाना और अयातुल्ला शासन के खिलाफ संयुक्त विरोध को व्यक्त करना है।

इजराइल ने रजा के हवाले से कहा कि वह लोकतांत्रिक ईरान, इजराइल और अपने अरब पड़ोसियों के साथ अपने संबंधों को फिर से स्थापित करना चाहेगा। अपनी यात्रा के दौरान पहलवी इजराइल के आधिकारिक होलोकॉस्ट स्मारक समारोह में हिस्सा लेंगे।

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ट्वीट कर दी जानकारी

वहीं, रजा पेहलवी ने ट्वीट कर कहा,'मैं ईरानी लोगों की ओर से दोस्ती का संदेश देने के लिए इजराइल की यात्रा कर रहा हूं। मैं ईरान के प्राकृतिक संसाधनों के दुरुपयोग को संबोधित करने के तरीकों पर इजराइल के जल विशेषज्ञों को शामिल कर रहा हूं और योहोलोकॉस्ट के पीड़ितों को सम्मान दूंगा।' मैं चाहता हूं कि इजराइल के लोग यह जानें कि इस्लामी गणराज्य ईरानी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है।

 

 

ईरानी शाह की दूसरी संतान

इस्लामिक क्रांति के कुछ ही समय बाद करीब 38 सालों तक ईरान के राजा रहे मुहम्मद रजा पहलवी की मौत हो गई थी। क्रांति के समय ही उन्होंने परिवार सहित देश छोड़ दिया था। इसके बाद उनका परिवार कभी वापस ईरान नहीं लौटा। रजा पहलवी की तीन पत्नियों से 5 संतानें हुईं। इनमें से दो की मौत हो चुकी है.रजा पहलवी, मुहम्मद रजा पहलवी की दूसरी संतान हैं।

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खुद को शंहशाह घोषित किया

वह वर्तमान समय में पहलवी घराने के वारिस हैं और अमेरिका में रहते हैं. रजा पहलवी ने अमेरिका में नेशनल काउंसिल ऑफ ईरान की स्थापना की हुई है और ईरान की इस्लामिक सरकार के सबसे बड़े आलोचकों में से एक हैं। पिता की मौत के बाद ही उन्होंने खुद को शंहशाह घोषित कर दिया था।

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