कोविड संक्रमण की भयानक मार झेल चुके साउथ अफ्रीका अब धीरे धीरे इससे उबरने की कोशिश में लगा था। लेकिन एक और प्राकृतिक आपदा ने उसे अपने चपेट में ले लिया। भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ ने इस देश में अभी तक 400 से अधिक जान ले ली है। बाढ़ में बहे लोगों के रिश्तेदार अब उनके मिलने की उम्मीद भी छोड़ने लगे हैं।
डरबन। दक्षिण अफ्रीका के बाढ़ (Flood in South Africa) ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। शनिवार को तेज बारिश ने तबाही को और बढ़ा दिया। देश में आए सबसे घातक आपदा में करीब चार सौ मारे जा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं। इस सप्ताह दक्षिण-पूर्वी तटीय शहर डरबन के कुछ हिस्सों में बाढ़ का पानी घुस गया, जिससे सड़कें उखड़ गईं, अस्पताल तबाह हो गए और घरों और अंदर फंसे लोगों को बाढ़ का पानी बहा ले गया। हालांकि, दक्षिणपूर्वी क्वाज़ुलु-नताल (केजेडएन) प्रांत में आपातकालीन सेवाएं जहां डरबन स्थित है, हाईअलर्ट पर थे।
40 हजार से अधिक हो गए बेघर
सरकार ने एक बयान में कहा कि शनिवार को मरने वालों की संख्या बढ़कर 398 हो गई जबकि 27 लोगों के लापता होने की खबर है। 40,000 से अधिक बेघर हो गए हैं। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि अभी भी घरों में फंसे लोगों के शव बाहर निकालने की प्रक्रिया चल रही है। खासकर बारिश से अभी भी नुकसान हो रहा है। दक्षिण अफ्रीका मौसम सेवा भविष्यवक्ता पुसेलेटो मोफोकेंग के अनुसार, इस सप्ताह के अंत में बारिश पिछले कुछ दिनों की तरह अत्यधिक नहीं होगी। हालांकि, मिट्टी के पानी से अधिक संतृप्त होने के कारण और अधिक बाढ़ आने की आशंका है।
रग्बी मैच रद्द
शहर में हल्की बारिश होने के बावजूद, अमाज़ुलु और मारित्ज़बर्ग यूनाइटेड के बीच एक स्थानीय प्रीमियर लीग फ़ुटबॉल मैच 2010 विश्व कप मूसा मबिदा स्टेडियम में शनिवार को आगे बढ़ा। लेकिन स्थानीय टीम, शार्क और प्रिटोरिया के बुल्स के बीच एक करी कप रग्बी मैच, जो शहर के लिए निर्धारित था, शुक्रवार को बाढ़ पीड़ितों के सम्मान के रूप में रद्द कर दिया गया।
काफी संख्या में लोग पानी में बहे
सेना, पुलिस और स्वयंसेवक खोज और बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। हालांकि, बाढ़ के पानी में काफी लोग बह चुके हैं। लापता लोगों की तलाश जारी है लेकिन कोई खास सफलता नहीं मिल रही है। बचाव दल के दुमिसानी कान्यिले ने बताया कि दल, डरबन जिला के लापता एक परिवार के 10 सदस्यों में से किसी को भी खोजने में विफल रहा। परिवार का एक करीबी रिश्तेदार 20 वर्षीय मेसुली शांडू अभी भी इस बात को लेकर अविश्वास की स्थिति में था कि एक दिन में बड़ी संख्या में लोग मारे गए, जिनमें बच्चे भी शामिल थे।
उम्मीद कम होती दिख रही
डरबन आपातकालीन चिकित्सा सेवा के प्रवक्ता रॉबर्ट मैकेंजी ने कहा कि पहली बार बाढ़ आने के छह दिन बाद, जीवित बचे लोगों के मिलने की उम्मीद कम हो रही है। हालांकि, उन लोगों की पूरी कोशिश मानवीय सहायता प्रदान करना ही है। उन्होंने कहा कि बचे हुए लोग अभी भी लापता रिश्तेदारों की तलाश कर रहे हैं।
मदद के लिए बढ़े हाथ
सरकार ने आपातकालीन राहत कोष में एक अरब रैंड ($68 मिलियन) की घोषणा की है। उधर, अफ्रीकी फुटबॉल परिसंघ (सीएएफ) के प्रमुख अरबपति पैट्रिस मोत्सेपे ने 30 मिलियन रैंड ($ 2.0 मिलियन, 1.9 मिलियन यूरो) के सहयोग का ऐलान किया है। मोत्सेपे ने कहा कि हमारे लोग पीड़ित हैं। हम हर संभव मदद करेंगे। उधर, बाढ़ की विभिषिका को देखते हुए राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने सऊदी अरब की एक आफिशियल टूर को रद्द कर दिया है।
कोविड से उबरने के संघर्ष के बाद अब बाढ़ की तबाही
दक्षिण अफ्रीका, महाद्वीप का सबसे औद्योगिक देश, अभी भी पिछले साल दो साल पुराने कोविड महामारी और घातक दंगों से उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है।
यह भी पढ़ें:
महारानी एलिजाबेथ ईस्टर संडे सर्विस में नहीं ले रहीं हिस्सा, जानिए पूरी वजह