स्पाइडर-मैन का जाल अब हकीकत, वैज्ञानिकों ने बनाया अनोखा गोंद

मार्वल कॉमिक्स के सुपरहीरो स्पाइडर-मैन की तरह जाल फेंकने वाला गोंद अब हकीकत बन गया है। टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा मजबूत गोंद विकसित किया है जो चीजों को चिपकाकर उठा सकता है।

मैसाचुसेट्स: मार्वल कॉमिक्स का सुपरहीरो स्पाइडर-मैन का अनोखा जाल अब हक़ीक़त बन रहा है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसा मज़बूत गोंद बनाया है जो चीज़ों पर चिपक कर उन्हें उठा सकता है। याहू न्यूज़ की खबर के मुताबिक़, टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने स्पाइडर-मैन से प्रेरित होकर यह नकली जाल बनाया है। 

अपने हाथों से दुश्मनों पर जाल फेंकने वाले स्पाइडर-मैन को फैंस कभी नहीं भूल सकते। अमेरिकी लेखक स्टैन ली और कलाकार स्टीव डिटको द्वारा बनाया गया स्पाइडर-मैन, फिल्म प्रेमियों के दिलों में बसता है। अब तक यह सिर्फ़ एक कल्पना थी, लेकिन अब ऐसा जाल हक़ीक़त बन गया है। भारी चीज़ें उठाने वाले नकली रेशे बनाने का पहला कदम कामयाब रहा है। वैज्ञानिकों ने स्पाइडर-मैन के चिपकने वाले जाल जैसा एक गैजेट बनाया है, जो किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है। 

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टफ्ट्स यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स महीनों से तितलियों और मकड़ियों द्वारा बनाए गए रेशम से प्रेरित होकर मज़बूत रेशे बनाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन इतने लचीले, मज़बूत और चिपचिपे नकली रेशे बनाना उनके लिए आसान नहीं था। सिरिंज जैसे उपकरण से इंजेक्ट करने पर यह गोंद मज़बूत, चिपचिपे रेशों में बदल जाता है। रिसर्चर्स का दावा है कि यह रेशा अपने वज़न से 80 गुना ज़्यादा वज़न उठा सकता है। इस रेशे ने स्टील के बोल्ट, लकड़ी के छोटे टुकड़े जैसी कई चीज़ें उठाईं। हालांकि, असली मकड़ी के जाल में इससे 1000 गुना ज़्यादा ताकत होती है।

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