
नई दिल्ली: श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने शुक्रवार को कहा कि वह भारत के साथ अपने देश के द्विपक्षीय संबंधों को "बहुत उच्च स्तर" पर ले जाने का प्रयास करेंगे। राष्ट्रपति भवन में एक औपचारिक स्वागत के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि ''भारत और श्रीलंका दोनों देशों के लोगों की सुरक्षा और समग्र कल्याण से संबंधित मुद्दों पर एक साथ काम करने की आवश्यकता है''। 10 दिन पहले श्रीलंका की बागडोर संभालने के बाद राजपक्षे तीन दिवसीय यात्रा पर गुरुवार को दिल्ली पहुंचे।
श्रीलंका के राष्ट्रपति के साथ एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी है जिसमें विदेश सचिव रविनाथ आर्यसिंह और ट्रेजरी सचिव एस आर एट्टीगेल शामिल हैं।
इस यात्रा में श्रीलंका के राष्ट्रपति और प्रधामंत्री के बीच कुछ अहम मुद्दों पर बात हो सकती है जिसमें श्रीलंका में रहने वाले तमिल समुदाय की आकांक्षाओं को पूरा करना और पिछले कुछ वर्षों में में चीन के बढ़ते प्रभाव पर भी बात हो सकती है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजपक्षे को अपने बधाई संदेश में कहा था कि ''वह दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों को गहरा करने और शांति, समृद्धि के साथ-साथ क्षेत्र में सुरक्षा के लिए उनके साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।''
बता दें कि सत्तर वर्षीय राजपक्षे ने श्रीलंका में हाल ही में संपन्न राष्ट्रपति चुनावों में यूनाइटेड नेशनल पार्टी के उम्मीदवार सजीथ प्रेमदासा को 13 लाख से अधिक मतों से हराया था वे राजपक्षे परिवार से राष्ट्रपति बनने वाले दूसरे सदस्य हैं।
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