यमन में रमजान महीने के आखिरी दिन जकात पाने के लिए जुटे 78 लोगों की मौत भगदड़ (Stampede in Yemen) के चलते हो गई। हूती लड़ाकों द्वारा की गई हवाई फायरिंग के बाद भगदड़ मची थी।
सना। यमन की राजधानी सना में भगदड़ (Stampede in Yemen) में 78 लोगों की मौत हो गई है। रमजान (Ramadan) महीने के आखिरी दिन जकात (आर्थिक मदद) पाने के लिए बड़ी संख्या में गरीब लोग जुटे हुए थे। भीड़ पर काबू पाने के लिए हूती लड़ाकों (Houthi rebels) ने हवाई फायरिंग कर दी, जिससे भगदड़ मच गई। जान बचाकर भागने की कोशिश में लोगों ने एक-दूसरों को कुचल दिया। इस घटना में 322 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से करीब एक दर्जन की स्थिति गंभीर है।
हूतियों द्वारा चलाए जा रहे आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता ब्रिगेडियर अब्देल-खलीक अल-अघरी के अनुसार जकात बांटने का कार्यक्रम सना के ओल्ड सिटी सेंटर में आयोजित किया गया था। व्यापारियों द्वारा जकात दिया जाना था। मदद पाने के लिए सैकड़ों की संख्या में गरीब लोग जुटे हुए थे। स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय के बिना यह आयोजन किया गया था। आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि उसने दो आयोजकों को हिरासत में लिया है। जांच चल रही है।
हूती लड़ाकों ने की थी हवाई फायरिंग
भगदड़ के बाद हूती विद्रोहियों ने उस स्कूल को सील कर दिया जहां जकात बांटा जाना था। घटना के चश्मदीदों अब्देल-रहमान अहमद और याहिया मोहसिन ने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में हथियारबंद हूती लड़ाकों ने हवा में गोली चलाई थी। गोली बिजली के तार से टकराई। इसके बाद धमाका हुआ और दहशत फैल गई। लोगों ने भगदड़ मचानी शुरू कर दी।
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हूती विद्रोहियों के कब्जे में है यमन की राजधानी
गौरतलब है कि यमन की राजधानी सना हूती विद्रोहियों के कब्जे में है। 2014 में हूती विद्रोहियों ने यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार को हटा दिया था। हूती विद्रोहियों को ईरान से समर्थन मिल रहा है। यमन पिछले कई सालों से सऊदी अरब और ईरान के बीच प्रॉक्सी वार का केंद्र बना हुआ है। इसके चलते यमन के 1.5 लाख से अधिक लोगों की जान गई है। इनमें लड़ाके और आम लोग भी शामिल हैं। यमन की जनसंख्या 2.1 करोड़ से अधिक है।
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