पाकिस्तान में गुरुवार को जबर्दस्त भूकंप(Strong earthquake) के झटके आए। इसमें अब तक 20 लोगों की मौत की खबर है। आशंका है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है।
इस्लामाबाद. गुरुवार तड़के दक्षिण-पश्चिम पाकिस्तान(south west Pakistan) में जबर्दस्त भूकंप के झटके महसूस किए गए। हरनेई इलाके में आए इस भूकंप की तीव्रता 5.9 आंकी गई है। इसमें अब तक 20 लोगों की मौत की खबर है। आशंका है कि यह आंकड़ और बढ़ सकता है। भूकंप से भारी जान-माल का नुकसान हुआ है। इस आपदा में 300 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है।
जमीन हिलते ही मच गया कोहराम
पाकिस्तान में भूकंप गुरुवार तड़के 3.30 बजे हरनोई से 14 किमी उत्तर-पूर्व में आया। देखते ही देखते घर में सो रहे लोग घबराकर बाहर भागने लगे। हर तरफ कोहराम मच गया। भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। घायलों को नजदीक के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
कई जिलों में भारी नुकसान की आशंका
बता दें कि हरनेई बलूचिस्तान प्रांत में आता है। भूकंप की तीव्रता अधिक होने से कई जिलों में भारी नुकसान की आशंका है। आपदा की खबर लगते ही लोगों के बचाव और राहत कार्य के लिए क्वेटा से रेस्क्यू टीम और जरूरी मशीनरी रवाना कर दी गई हैं। इस बीच हरनेई के अस्पतालों में बिजली नहीं होने से घायलों के इलाज में दिक्कत आ रही हैं। अधिकारियों के मुताबिक, अभी घायलों और मृतकों की सही संख्या बताना मुमकिन नहीं है।
अलग-अलग जगहों पर कई झटके महसूस किए गए
भूकंप का पहला झटका गुरुवार तड़के 3.20 पर महसूस किया गया। इसके बाद अलग-अलग इलाकों में झटके आए। पाकिस्तानी मीडिया geo टीवी के अनुसार भूकंप के झटके लगते ही डरकर लोग घरों से बाहर निकल आए कलीम और पवित्र कुरान की आयतों का पाठ करने लगे। प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य जारी है। प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Provincial Disaster Management Authority-PDMA) के मुताबिक मरने वालों में ज्यादातर बच्चे हैं। भूकंप ने बलूचिस्तान में क्वेटा, सिबी, हरनाई, पिशिन, किला सैफुल्ला, चमन, जियारत और झोब को प्रभावित किया।
अस्पतालों मे इमरजेंसी घोषित
यहां के सभी अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है। हरनाई के उपायुक्त ने बताया कि हरनाई में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। इमारत गिरने से कई लोग मलबे में दब गए हैं। इलाके की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। बलूचिस्तान के गृह मंत्री जियाउल्लाह लांगो के अनुसार PDMA ने क्वेटा से प्रभावित इलाकों में भारी मशीनरी और बचाव दल भेजे हैं। जियारत, किला सैफुल्ला और सिबी में नुकसान की खबरें हैं, जबकि हरनाई में सबसे ज्यादा हताहत हुए हैं। उन्होंने कहा कि क्वेटा के अस्पतालों में भी आपातकाल लागू कर दिया गया, क्योंकि घायलों को क्वेटा के अस्पतालों में स्थानांतरित किया जा रहा है।
PDMA बलूचिस्तान के डीजी नसीर अहमद नासिर ने कहा कि गंभीर रूप से घायल लोगों को क्वेटा भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें हरनाई पहुंचने में समय लगेगा क्योंकि कुछ इलाकों में भूस्खलन हुआ है
फोटो क्रेडिट: New York Post
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