
Sudan Crisis. सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच चल रही लड़ाई में सैकड़ों लोग मारे गए हैं। हिंसा के चलते सूडान में रह रहे करीब तीन हजार भारतीय फंस गए थे। इन्हें सुरक्षित भारत लाने के लिए सरकार ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) चला रही है। इसके तहत बुधवार शाम तक सूडान पोर्ट से 528 भारतीयों को सऊदी अरब के जेद्दाह लाया गया।
जेद्दाह आने के बाद भारतीयों ने सूडान में हो रही हिंसा की खौफनाक कहानियां सुनाई। Asianet Newsable ने ऐसे ही भारतीयों से बात की। एक भारतीय ने कहा, “RSF (Rapid Support Forces) के जवान हमारी कंपनी के पास आए थे। सोमवार सुबह करीब 9 बजे वे हमारी कंपनी में घुसे और फायरिंग शुरू कर दी। उन्होंने हमारे सामान लूट लिए। हमें आठ घंटे से अधिक समय तक बंधक बनाकर रखा गया। उन्होंने बंदूक की नोक पर हमें लूटा। उन्होंने फाइल्स समेत सारे सामान बर्बाद कर दिए। उन्होंने हमारे लैपटॉप और मोबाइल फोन चुरा लिए।”
विंडो AC के पीछे छिपाकर बचाया मोबाइल फोन
सूडान से लौटे भारतीय ने कहा, "सिर्फ मैं अपना मोबाइल फोन बचा पाया। मैंने फोन विंडो AC के पीछे छिपा दिया था। इसके बाद मैंने दूतावास से संपर्क किया। उस वक्त फायरिंग हो रही थी। दूतावास भी बहुत अधिक मदद करने में सक्षम नहीं था। उन्होंने हमें सुरक्षित रहने के लिए कहा। हमने शाम को फिर दूतावास फोन किया और बताया कि हमारे पास खाना तक नहीं है।"
सूडान से कुछ भी साथ नहीं ला सके, दो दिन नहीं मिला खाना
उन्होंने कहा, "जब हमें बाहर निकलने की अनुमति मिली तो हमने एक गांव में शरण लिया। इसके बाद हम दूसरे गांव में गए और दूतावास से संपर्क किया। हमने उन्हें कहा कि हमारे कंपनी के पास डीजल है आप सिर्फ बसों का प्रबंध कर दीजिए ताकि हमलोग सुरक्षित निकल सकें। पहले बैच में छह बस आए। हर बस में 50 लोग सवार हुए। पोर्ट सूडान सिटी में एक भारतीय ने हमारे ठहरने और खाने का प्रबंध किया। इसके बाद भारतीय नौसेना आई और हमें सुरक्षित निकाला। हम कुछ भी अपने साथ नहीं ला पाए।"
सूडान से आए भारतीय ने कहा, "सूडान में स्थिति बहुत गंभीर है। हर दिन लड़ाई फैल रही है। हमारे घर के बगल में गोलीबारी हुई।" एक अन्य भारतीय ने कहा, "दो दिन तक हमारे पास खाना नहीं था।"
सूडान में हुई हिंसा में मारे गए 459 लोग
गौरतलब है कि भारत ने ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए वायुसेना के दो ट्रांसपोर्ट विमान C-130J और नौसेना के दो युद्धपोत आईएनएस सुमेधा व आईएनएस तेग को तैनात किया गया है। बचाव अभियान के समन्वय के लिए विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन जेद्दाह में हैं।
रिपोर्टों के अनुसार, सूडान में 3,000 से अधिक भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। सेना और अर्थसैनिक बल के बीच सत्ता पर कब्जे के लिए चल रही लड़ाई में संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के अनुसार अब तक कुल 459 लोग मारे गए हैं और 4,000 से अधिक घायल हुए हैं।
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