
सिडनी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीस ने ऑस्ट्रेलिया में सिडनी हार्बर और ओपेरा हाउस का दौरा किया। पीएम मोदी की यात्रा से पहले सिडनी हार्बर और ओपेरा हाउस को भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रंगों से सजाया गया था। इससे पहले प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने आज भारतीय ध्वज के रंगों के साथ सिडनी ओपेरा हाउस को रोशन करने का फैसला किया था।
उन्होंने कहा था कि यह देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगा। यह लगभग 10 सालों बाद हो रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऑस्ट्रेलिया की पहली यात्रा के दौरान उनके प्रति सम्मान होगा।
बता दें कि हाल ही में न्यू साउथ वेल्स प्रीमियर क्रिस मिन ने इस महीने की शुरुआत में किंग चार्लस के राज्याभिषेक पर इसे रोशन नहीं करने के फैसला किया था, जिसके बाद वह आलोचना में घिर आ गए थे। उस समय उन्होंने टैक्स पेयर्स पैसे के फुजूल के खर्चे का हवाला दिया गया था।
फेडरल सरकार वहन करेगी खर्चा
गौरतलब है कि फेडरल सरकार आज रात सैल को रोशन करने में होने वाले खर्चे को वहन करेगी। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री अल्बनीज ने बताया कि ओपेरा हाउस को इसलिए रोशन किया गया है क्योंकि यह हमारी छवि को दुनिया के सामने पेश करता है। किंग चार्ल्स के राज्याभिषेक में इसे रोशन न करने का फैसला मेरा नहीं था। मैं उस समय यूके में था।
पिछले साल 15 अगस्त को आखिरी बार हुआ था रोशन
ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने कहा कि 1.4 अरब लोग चाहते हैं कि हम ओपेरा हाउस को भारतीय ध्वज के रंग में रोशन करें। यह दुनिया की सबसे बड़ी आबादी है। इनमें से दो तिहाई लोग 35 वर्ष से कम आयु के हैं, हम उनके साथ बेहत संबंध चाहते हैं, हम चाहते हैं कि वे ऑस्ट्रेलिया आएं। बता दें कि पिछले साल अगस्त में भारतीय स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर सैल को आखिरी बार जलाया गया था।
पीएम मोदी को मिला गार्ड ऑफ ऑनर
इससे पहले पीएम मोदी को बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के ऐतिहासिक एडमिरल्टी हाउस में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यहां, एंथोनी अल्बनीज ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने सिडनी में एडमिरल्टी हाउस में विजिटर बुक पर भी हस्ताक्षर किए।
द्विपक्षीय बैठक में उठाया मंदिरों पर हमले का मुद्दा
इसके अलावा द्विपक्षीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों पर हमले का मुद्दा भी उठाया. प्रधानमंत्री अल्बनीज के साथ वार्ता के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे तत्वों को अपने विचारों और करतूतों से भारत-ऑस्ट्रेलिया रिश्तों को खराब करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।
दोनों देशों के बीच माइग्रेशन और मोबिलिटी पर समझौता हुआ
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एंथोनी अल्बनीज की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान माइग्रेशन और मोबिलिटी पर समझौता हुआ।
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