Syria Coup: सीरिया में 2011 से शुरू हुआ गृहयुद्ध करीब-करीब खत्म हो चुका है। रविवार को सीरिया में विद्रोहियों ने देश की राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया। दमिश्क पर विद्रोहियों के कब्जा के पहले राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर फरार हो गए। उनके विमान को मार गिराए जाने की भी अटकलें लगाई जा रही थीं लेकिन देर रात उनके सुरक्षित मॉस्को में लैंड करने की सूचना सामने आई। मॉस्को ने बताया कि मानवता की दृष्टि से सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद और उनके परिवार को शरण दिया गया है। उधर, दमिश्क पर काबिज होने के बाद विद्रोही गुटों का नेतृत्व कर रहे हयात तहरीर अल-शाम ने शहर के आजादी का ऐलान करते हुए असद शासन के पतन की घोषणा की है। विद्रोहियों द्वारा तख्तापलट का दुनिया के तमाम देश स्वागत कर रहे हैं। अमेरिका, इजरायल से लेकर यूरोपीय देशों ने तख्तापलट का स्वागत किया है।
27 नवम्बर को सीरियाई सेना और विद्रोहियों के बीच तेज हुआ संघर्ष ग्यारह दिनों में ही निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया। रविवार को विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा के साथ राष्ट्रपति भवन सहित प्रमुख सरकारी भवनों को अपने कंट्रोल में ले लिया। उधर, तख्तापलट के बाद असद सरकार का प्रमुख मददगार रूस ने दावा किया है कि राष्ट्रपति बशर अल-असद ने पॉवर ट्रांसफर करने के बाद देश छोड़ दिया। प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल-जलाली जोकि विद्रोहियों के साथ रविवार को दिखे, ने बताया कि वह देश में ही रहेंगे और सत्ता हस्तांतरण में हर तरह की मदद करेंगे।
सीरिया के हालात पर यूएस राष्ट्रपति जो बिडेन के प्रवक्ता ने बताया कि वह लगातार नजर बनाए हुए हैं। जबकि प्रेसिडेंट इलेक्ट डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कहा कि अमेरिका का दोस्त सीरिया नहीं है। ट्रंप ने सीरिया के हालात के लिए अपने पूर्ववर्ती बराक ओबामा और रूस को जिम्मेदार ठहराया। ट्रंप ने कहा कि पूर्व प्रेसिडेंट ओबामा की नीतियां सीरिया के हालात के लिए जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि सीरिया की लड़ाई हमारी लड़ाई नहीं है। अमेरिका को इस संघर्ष में शामिल नहीं होना चाहिए। दोनों देश दोस्त नहीं हैं। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि असद को बचाने में पुतिन ने दिलचस्पी नहीं दिखायी।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सीरिया के तख्तापलट को ऐतिहासिक दिन करार दिया है। उन्होंने कहा कि मिडिल ईस्ट के लिए यह ऐतिहासिक दिन है। इजरायल हर तरह के खतरे से निपटने के लिए तैयार है। असद सरकार का खात्मा एक बड़ा मौका है। लेकिन यह खतरों से भरा है। हिजबुल्लाह और ईरान के खिलाफ हमारी लड़ार्द असद सरकार के खात्मे की बड़ी वजह बनी।
सीरिया में हुए तख्तापलट का कई यूरोपीय देशों ने भी स्वागत किया है। रूस के साथ युद्ध लड़ रहे यूक्रेन ने सीरिया के बहाने रूस पर निशाना साधा। यूक्रेनी विदेश मंत्री ने कहा कि असद सरकार का खात्मा हो गया है। पुतिन जो भी दांव लगाते हैं उनके साथ ऐसा ही होता है। पुतिन हमेशा उन लोगों को धोखा देते हैं जो उन पर भरोसा करता है। इटली ने सीरिया में पॉवर ट्रांसफर को शांतिपूर्ण तरीके से करने की अपील की है। यूरोपीय यूनियन के विदेशी मामलों के अधिकारी काजा कालास ने असद सरकार के खिलाफ सीरिया में तख्तापलट को एक सकारात्मक घटना करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस दिन का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था।
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