Syrian Civil War: कौन हैं विद्रोही जिनसे डरकर भागे राष्ट्रपति असद, क्या है मकसद?

Published : Dec 08, 2024, 10:16 AM ISTUpdated : Dec 08, 2024, 12:14 PM IST
Syria Crisis

सार

सीरियाई गृहयुद्ध में बड़ा उलटफेर, विपक्षी लड़ाके दमिश्क में घुसे, राष्ट्रपति असद विमान से भागे। HTS और तुर्की समर्थित सेना ने असद शासन के खिलाफ मोर्चा खोला।

Syrian civil war: सीरिया में लंबे समय से चला आ रहा गृह युद्ध अब अहम मोड़ पर है। विपक्षी बलों के लड़ाके राजधानी दमिश्क में घुस आए हैं। उनके डर से राष्ट्रपति बशर अल-असद रविवार को विमान में सवार होकर भाग निकले हैं। वह कहां है इसके बारे में जानकारी सामने नहीं आई है। शनिवार को सीरियाई विद्रोहियों ने चार शहरों, दारा, कुनेत्रा, सुवेदा और होम्स पर कब्जा कर लिया था। विपक्षी बलों ने इसे इन जगहों की "मुक्ति" करार दिया।

विपक्षी लड़ाके कौन हैं?

सीरिया में विरोध का नेतृत्व हयात तहरीर अल-शाम या HTS नाम के संगठन के पास है। इसने 27 नवंबर को राष्ट्रपति असद के शासन के खिलाफ हमला शुरू किया था। HTS तुर्की समर्थित सीरियाई मिलिशिया सीरियाई राष्ट्रीय सेना के साथ मिलकर काम कर रहा है।

पिछले दस दिनों में विद्रोही सीरिया में 24 साल से चल रही असद सरकार को हटाने में कामयाब हो गए हैं। इन सरकार विरोधी ताकतों का लक्ष्य देश को असद प्रशासन से 'आजाद' कराना है। HTS अल-कायदा की शाखा है। इसे अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी संगठन घोषित किया है। हाल के वर्षों में HTS ने कहा है कि उसने अपने मूल समूह अल-कायदा के साथ संबंध तोड़ लिए हैं।

क्या है विद्रोहियों का मकसद?

HTS का नेतृत्व अबू मोहम्मद अल-गोलानी कर रहे हैं। उन्होंने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि उनका लक्ष्य असद सरकार को हटाना है। गोलानी ने 2016 में अल-कायदा से नाता तोड़कर अपने समूह का नाम बदल लिया था।

HTS को मिल रहा तुर्की का समर्थन

HTS को तुर्की का समर्थन मिल रहा है। वह सीरियाई राष्ट्रीय सेना के साथ मिलकर काम कर रहा है। हालांकि, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि उनके उद्देश्य अलग-अलग नहीं होंगे। सीरियाई राष्ट्रीय सेना तुर्की और सीरिया की सीमा के पास एक बफर जोन बनाना चाहते हैं ताकि तुर्की के साथ मतभेद रखने वाले कुर्द आतंकवादियों को दूर रखा जा सके। तुर्की ने असद शासन के खिलाफ लड़ रहे लड़ाकों का साथ दिया है। हालांकि, तुर्की के अधिकारियों ने सीरिया में वर्तमान आक्रमण में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है।

सीरिया में अब आगे क्या होगा?

सीरिया का भविष्य काफी हद तक असद शासन और उसकी सुरक्षा के हाथों में है। अगर सीरियाई सेना विद्रोहियों से लड़ने की ताकत खो देती है तो बहस के लिए कुछ नहीं बचेगा। असद के भाग जाने से सत्ता पर विद्रोहियों के कब्जे का रास्ता साफ हो गया है। एचटीएस प्रवक्ता हसन अब्दुल-गनी ने बताया है कि विपक्षी सेनाएं राजधानी दमिश्क को घेरकर अपने हमले के "अंतिम चरण" को अंजाम दे रही हैं।

यह भी पढ़ें- सीरिया: दमिश्क में घुसे विद्रोही, भाग निकले राष्ट्रपति असद, पीछे हटी सेना

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