Syria Crisis: होम्स से पीछे हटी सीरियाई सेना, तट से टूटा असद सरकार का संपर्क

Published : Dec 08, 2024, 06:49 AM ISTUpdated : Dec 08, 2024, 06:51 AM IST
syria war

सार

सीरियाई सेना होम्स से हट गई, जिससे असद सरकार को बड़ा झटका लगा है। विद्रोही दमिश्क की ओर बढ़ रहे हैं, और असद सरकार के जल्द गिरने की आशंका है।

Syria Crisis: सीरिया की सरकार की सेनाएं शनिवार को प्रमुख शहर होम्स से हट गईं। यह राष्ट्रपति बशर अल असद के शासन के लिए बड़ा झटका है। इससे सरकार का समुद्र तट से संपर्क टूट गया है। विद्रोही राजधानी दमिश्क की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। अब असद सरकार के जल्द गिरने की चिंता बढ़ गई है।

सरकार ने हाल के दिनों में कई प्रमुख शहरों पर कंट्रोल खो दिया है। यहां विद्रोहियों का कब्जा हो गया है। विद्रोहियों ने पिछले सप्ताह अलेप्पो पर कब्जा करने के बाद गति पकड़ी थी। होम्स रणनीतिक रूप से बेहद अहम है। यह सीरिया की राजधानी दमिश्क को भूमध्यसागरीय तट से जोड़ता है। होम्स पर विद्रोहियों का कंट्रोल होने से सरकार को समुद्र के रास्ते बाहर से मदद नहीं मिल पाएगी।

हेलीकॉप्टर में सवार होकर होम्स से निकले सीरिया की सेना के कमांडर

सीरिया की सेना के कमांडर हेलीकॉप्टर में सवार होकर होम्स से निकलते देखे गए। वहीं, सैनिकों का एक बड़ा काफिला जमीन के रास्ते पीछे हटा। विद्रोहियों का दावा है कि वे शहर के केंद्र में पहुंच गए हैं। स्थानीय लोगों ने जश्न मनाकर उनका स्वागत किया है। विद्रोहियों ने केंद्रीय जेल पर कब्जा कर लिया है। इस जेल में बंद कैदियों को मुक्त कर दिया है। सरकार के सुरक्षाकर्मी दस्तावेजों को नष्ट करने के बाद अपने ऑफिस छोड़कर चले गए हैं।

वर्दी उतारकर प्रदर्शन में शामिल हुए सैनिक

दमिश्क के कई उपनगरों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने असद के शासन के प्रतीकों को हटा दिया है। कुछ सैनिक अपनी वर्दी उतारकर प्रदर्शनकारियों में शामिल हो गए। विद्रोही सेना अब राजधानी के 30 किलोमीटर के दायरे में पहुंच गई है। इससे असद सरकार खतरे में पड़ गई है। कहा जा रहा है कि असद सरकार चंद दिनों में गिर जाएगी। एक अमेरिकी अधिकारी के अनुसार असद सरकार पांच से दस दिनों की मेहमान है।

विद्रोहियों के करीब आने के बाद भी सीरिया सरकार की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार असद दमिश्क में हैं। राजधानी को बचाने के लिए सैनिकों की भारी तैनाती की गई है। दक्षिण के इलाके में भी भारी सैन्य तैनाती है।

यह भी पढ़ें- सीरिया की जंग: क्या है विदेशी सेनाओं की भूमिका? तुर्की, रूस, US, कौन किसके साथ?

PREV

अंतरराष्ट्रीय राजनीति, ग्लोबल इकोनॉमी, सुरक्षा मुद्दों, टेक प्रगति और विश्व घटनाओं की गहराई से कवरेज पढ़ें। वैश्विक संबंधों, अंतरराष्ट्रीय बाजार और बड़ी अंतरराष्ट्रीय बैठकों की ताज़ा रिपोर्ट्स के लिए World News in Hindi सेक्शन देखें — दुनिया की हर बड़ी खबर, सबसे पहले और सही तरीके से, सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

भारत-चीन यात्रा पर बिग ब्रेकथ्रू: जनवरी से दिल्ली-शंघाई रोज़ाना उड़ानें! जानें पूरा शेड्यूल
दुबई में 25 लाख का बिरकिन बैग छोड़ गई महिला, लौटने पर जो दिखा उसने चौंका दिया! Video