
काबुल। अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) का भले ही पूर्ण नियंत्रण हो चुका है, दुनिया के देश तालिबान से बात करना शुरू कर दिए हैं लेकिन हमेशा ही तरह आज भी पंजशीर (Panjshir) उनके लिए सबसे मुश्किल मोर्चा साबित हो रहा है। पंजशीर को जीतने में असफल साबित हो रहा तालिबान अब शांति का प्रस्ताव भेज रहा है। पंजशीर में कड़ी टक्कर दे रही नादर्न अलायंस से तालिबान अब युद्ध नहीं चाहता है। वह इस्लामिक राज की दुहाई देकर समर्थन मांग रहा है।
अफगानिस्तान के प्रमुख टीवी चैनल टोलो न्यूज ने बताया है कि तालिबानी नेता आमिर खान मुताकी ने पंजशीर के लोगों को एक रिकॉर्ड किया हुआ संदेश भेजकर इस्लामिक राज में भागीदार होने और समर्थन की अपील की है।
मुताकी के मुताबिक 'पंजशीर समस्या' के समाधान के लिए बीतचीत हुई है, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है। पंजशीर में कुछ लोग लड़ना चाहते हैं। उन्होंने पंजशीर के लोगों से उन्हें शांतिपूर्ण समाधान के लिए समझाने को कहा। बंदूक की के दम पर देश पर कब्जा करने वाले संगठन के नेता ने कहा कि तालिबान अभी भी शांति के साथ मुद्दे को सुलझाना चाहता है।
अहमद मसूद को मारने का इरादा
ताजिकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत मुहम्मद जोहिर अगबर ने कहा है कि तालिबान समूह पंजशीर में प्रतिरोध मोर्चे के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत नहीं करेगा और वह इसके नेता अहमद मसूद को मारने का इरादा रखता है। अगबर ने कहा, 'तालिबान पंजशीर में मसूद से कभी बातचीत नहीं करेगा। तालिबान राजनेता नहीं हैं, बल्कि आतंकवादी हैं और तीन साल पहले से ही कई देशों की संगठनों की सूची में हैं। वे ढीठ और आक्रामक हैं। उनका लक्ष्य पूरे अफगानिस्तान को अपने घुटनों पर लाना है। दोहा वार्ता में किसी भी शर्त से उनकी सहमति नहीं हैं। उनका लक्ष्य प्रतिरोध के नेताओं, खासकर अहमद मसूद को खत्म करना है।'
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