
Taliban ban Girl education: अफगानिस्तान में तालिबान शासन महिलाओं-युवतियों के लिए बेइंतहा जुल्म का कारण बनता जा रहा है। महिलाओं-लड़कियों पर शरिया के नाम पर तरह-तरह के प्रतिबंध लगाने के बाद अब लड़कियों की शिक्षा को भी प्रतिबंधित कर दिया है। तालिबान अधिकारियों ने मंगलवार को अफगान लड़कियों के लिए उच्च शिक्षा पर अनिश्चिकालीन प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया। उच्च शिक्षा मंत्रालय ने सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों को पत्र जारी कर लड़कियों की शिक्षा को प्रतिबंधित करने का आदेश दिया है।
हायर एजुकेशन मिनिस्ट्री ने महिलाओं पर लगाया प्रतिबंध
तालिबान शासन के हायर एजुकेशन मिनिस्टर नेदा मोहम्मद नदीम ने अपने साइन से सभी निजी व सरकारी विश्वविद्यालयों को लेटर जारी करते हुए यह कहा है कि अगले आदेश तक महिलाओं की शिक्षा को सस्पेंड रखा जाए। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए। मंत्रालय के प्रवक्ता जियाउल्लाह हाशिमी ने आदेश पत्र को ट्वीट भी किया है।
हजारों लड़कियां उच्च शिक्षा के लिए प्रवेश परीक्षा दे चुकी
तालिबान सरकार ने लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिबंध उस समय लगाया है जब हजारों लड़कियां उच्च शिक्षा के लिए प्रवेश परीक्षा दे चुकी हैं। कुछ ही दिन पहले एक सत्र समाप्त हुआ है। इस प्रतिबंध से हजारों लड़कियों व महिलाओं का एजुकेशनल करियर अंधकारमय हो जाएगा। हजारों की संख्या में महिलाओं व लड़कियां ने डॉक्टरी व इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए प्रवेश परीक्षा दी है।
बीते साल ही महिलाओं की क्लास अलग कर दी गई
पिछले साल अगस्त में कट्टरपंथी तालिबानियों ने अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद विश्वविद्यालयों में जेंडर आधार पर अलग-अलग क्लासेस चलाने का आदेश दिया था। इसके बाद महिलाओं व लड़कियों की क्लास को ब्वायस क्लासेस से अलग कर दिया गया था। यही नहीं, बूढ़े पुरुष शिक्षकों या महिला प्रोफसर्स को ही महिलाओं के क्लास में पढ़ाने की अनुमति दी गई। यही नहीं, तालिबान ने देशभर के माध्यमिक विद्यालयों में किशोर लड़कियों की शिक्षा से वंचित कर दिया गया था।
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