अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस बीते दिनों भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो द्वारा की गई टिप्पणी पर यूएस के स्टैंड के बारे में मीडिया को सवालों का जवाब दे रहे थे। दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध अक्सर कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान से निकलने वाले सीमा पार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं।
US on Bilawal Bhutto comment: पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो का पीएम मोदी पर किए गए आपत्तिजनक कमेंट के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों में आए तनाव पर अमेरिका ने दोनों देशों से रचनात्मक संबंधों को बनाए रखने की नसीहत दी है। किसी एक पक्ष की ओर झुकाव दिखाए बगैर अमेरिका ने कहा कि अमेरिका के भारत और पाकिस्तान के साथ बहुआयामी संबंध है। वह वाक्युद्ध में नहीं पड़ना चाहता है बल्कि अपने लोगों की भलाई के लिए दोनों देशों के बीच रचनात्मक संबंध देखना चाहता है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि हम भारत-पाकिस्तान को एक दूसरे के बीच के संबंधों के नजरिए से नहीं देखते हैं। दोनों देशों के साथ अमेरिका की गहरी और वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है। वह दोनों देशों के साथ अपने संबंध समान रूप से आगे बढ़ाने के लिए अपरिहार्य है।
दरअसल, अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस बीते दिनों भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो द्वारा की गई टिप्पणी पर यूएस के स्टैंड के बारे में मीडिया को सवालों का जवाब दे रहे थे। दरअसल, भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध अक्सर कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान से निकलने वाले सीमा पार आतंकवाद को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं।
हमारी दोनों देशों के साथ साझेदारी
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमारी दोनों देशों के साथ साझेदारी है। हम भारत और पाकिस्तान के बीच वाक युद्ध नहीं देखना चाहते हैं। हम भारत और पाकिस्तान के बीच एक रचनात्मक बातचीत देखना चाहते हैं। हमें लगता है कि यह पाकिस्तानी और भारतीय लोगों की भलाई के लिए है। बहुत काम है जो हम द्विपक्षीय रूप से एक साथ कर सकते हैं। ऐसे बहुत सारे मसले हैं जो दोनों देश एक दूसरे से वार्ता कर सुलझा सकते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका दोनों के लिए एक भागीदार के रूप में सहायता के लिए तैयार है।
हमारे लिए दोनों देशों से दोस्ती अपरिहार्य
प्राइस ने कहा कि हम अपने भारतीय और पाकिस्तानी दोनों दोस्तों के साथ मूल्यवान साझेदारी बनाए रखने के पक्षधर हैं। हमारे लिए प्रत्येक संबंध बहुआयामी है। भारत के साथ हमारी जितनी गहरी साझेदारी है और हम एक दूसरे के साथ स्पष्ट रहते हैं या हो सकते हैं वैसे ही हम पाकिस्तान के साथ भी हैं।
यह भी पढ़ें:
पूर्वोत्तर उग्रवाद से मुक्त तो केंद्र ने भी AFSPA हटाना किया शुरू: 8 सालों में उग्रवादी हिंसा 80% कम