चीन में जीरो कोविड पॉलिसी में ढिलाई के बाद वहां एक बार फिर कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि चीन में अभी कोरोना के मामले बहुत तेजी से आने वाले हैं। चीन में हफ्तेभर का लूनर ईयर सेलिब्रेशन होता है, जिसमें लाखों लोग देश में आते-जाते हैं। एक्सपर्ट ने न सिर्फ चीन बल्कि पूरी दुनिया को भी चेताया है।
Corona Virus China: चीन में जीरो कोविड पॉलिसी में ढिलाई के बाद वहां एक बार फिर कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि चीन में अभी कोरोना के मामले बहुत तेजी से आने वाले हैं। चीन में हफ्तेभर का लूनर ईयर सेलिब्रेशन होता है, जिसमें लाखों लोग देश में आते-जाते हैं। ऐसे में मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा होने की संभावना है। चीन में फरवरी-मार्च में तीसरी लहर आने का भी अंदेशा जताया जा रहा है। सर्दियों में संक्रमण के ज्यादा फैलने की भी संभावना जताई जा रही है।
चीन में तेजी से बिगड़ रहे हालात :
सोशल मीडिया पर चीन के कुछ डरावने वीडियो सामने आए हैं, जिनमें कोरोना संक्रमण के बाद अस्पतालों में बेड खाली न होने की वजह से कई मरीज जमीन पर लेटे दिखाई दे रहे हैं। महामारी के जानकारों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि ये सिर्फ शुरुआत है। आने वाले तीन महीनों में चीन की करीब 60% जनसंख्या कोरोना संक्रमित हो सकती है।
खतरा सिर्फ चीन तक नहीं :
एक्सपर्ट का मानना है कि चीन में तेजी से फैल रहे कोरोना का खतरा सिर्फ चीन तक सीमित रहेगा, ऐसा कहना गलत होगा। चीन में अगर कोरोना के केस बढ़ते हैं तो इसका असर भारत पर भी पड़ सकता है। ऐसा इसलिए कि दोनों देशों के बीच लंबी सीमा के साथ ही व्यापारिक संबंध भी हैं। 2019 में वुहान में कोरोना का पहला केस सामने आने के कुछ महीने बाद ही भारत में भी पहला केस दर्ज किया गया था।
3 साल पहले हमने वुहान से बहुत कुछ सीखा :
अमेरिका के महामारी विशेषज्ञ डॉ एरिक डिंग के मुताबिक, मैं बहुत ज्यादा डरा हुआ हूं, क्योंकि मेरा जन्म चीन में हुआ है। मैं एक महामारी विशेषज्ञ भी हूं और मैंने ये सबकुछ पहले भी देखा है। चीन में जो होता है, वो सिर्फ चीन तक सीमित नहीं रहता। 3 साल पहले हमने वुहान से बहुत कुछ सीखा है। 2022-23 की इस लहर के परिणाम घातक हो सकते हैं। एरिक ने चेतावनी देते हुए कहा- चीन में 10 से 20 लाख मौतें बेहद सामान्य बात होगी। मैंने मॉडल देखे हैं और ये संभव होता दिख रहा है। अगर सरकार ने समय रहते कुछ नहीं किया तो मौतों का आंकड़ा बहुत तेजी से बढ़ सकता है।
चीन में लोग नहीं लगवा रहे वैक्सीन :
चीन का कहना है कि उसकी 90% आबादी पूरी तरह से वैक्सीनेटेड है। लेकिन हकीकत ये है कि वहां 80 साल की उम्र से ज्यादा के करीब 50% लोगों का ही पूरा वैक्सीनेशन हुआ है। चीन में लोग वैक्सीन पर भरोसा भी नहीं कर रहे हैं। जिन लोगों में इसके साइड इफेक्ट दिखते हैं, वो दूसरों को भी वैक्सीन न लगवाने के लिए कहते हैं। वहीं, सरकार की तरफ से भी वैक्सीन अब तक कंपलसरी नहीं की गई है।
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