काबुल एयरपोर्ट पर 26 अगस्त का हुए आत्मघाती हमले में अफगानिस्तान की लोकप्रिय 20 साल की youtuber नजमा सादिकी की भी मौत हो गई। लेकिन मरने से पहले वो दुनिया को मैसेज देता एक वीडियो बनाकर गईं।
काबुल. Afghanistan में Taliban की वापसी के साथ ही महिलाओं की जिंदगी फिर से नरक बन गई है। ये थीं अफगानिस्तान की लोकप्रिय youtuber नजमा सादिकी। हाल में इनकी मौत हो गई। 26 अगस्त को काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुए आत्मघाती हमले में इनकी भी मौत हो गई थी। लेकिन ये आखिर समय तक अपने मुल्क के बेहतरी की दुआ करती रहीं और मरने से चंद घंटे पहले एक वीडियो बनाकर दुनिया को अमन-चैन और महिला की आजादी का संदेश दे गईं। बता दें कि काबुल हमले में 170 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं। 2001 से अब तक अफगानिस्तान में मारे गए पत्रकारों और मीडियाकर्मियों की संख्या 123 हो गई है।
फेयरवेल वीडिया बनाकर दिया संदेश
नजमा अफगानियों में जाना-पहचाना नाम थीं। 20 साल की नजमा ने मौत से पहले एक फेयरवेल वीडियो बनाया। इसमें पश्तो में फैन्स से कहा कि शायद अब वे कभी न मिल सकें। लेकिन वे चाहती हैं कि अफगानिस्तान के हालात किसी बुरे सपने की तरह खत्म हो जाएं। CNN ने नजमा पर एक स्पेशल रिपोर्ट निकाली है। इसमें उनके करीबियों से बातचीत है। इसमें बताया गया कि अपने आखिरी वीडियो में नजमा बेहद मायूस थीं। इससे पहले उन्हें कभी उदास नहीं देखा गया। शायद उन्हें मौत का आभास हो गया था। दूसरा अफगानिस्तान के हालात से भी वे दु:खी थीं। वीडियो में नजमा ने महिलाओं की स्थिति पर भी बोला था। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से महिलाओं के निकलने की आजादी नहीं है। यह उनका आखिरी वीडियो है। सबको अलविदा कहने का समय आ चुका है। नजमा कुकिंग या टूरिस्ट प्लेस पर युवा अफगानियों के साथ वीडियो बनातीं थीं। नजमा अफगानिस्तान के इनसाइडर यूट्यूब चैनल से जुड़ी थीं।
20 साल बाद अमेरिका की वापसी
बता दें कि Afghanistan से 20 साल बाद अमेरिकी सेना की पूरी तरह वापसी हो गई। 30 अगस्त की देर रात अमेरिकी सेना के अंतिम तीन सी-17 विमानों ने काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी। अमेरिकी सेना की रवानगी के साथ ही तालिबान लड़ाके एयरपोर्ट के अंदर घुस गए। उन्होंने अमेरिकी सेना द्वारा छोड़ी गईं वर्दी पहन रखी थीं। हथियार भी अमेरिका के ही थे। वे हथियार लहराते हुए अंदर घुसे। तालिबान के लड़ाकों ने रातभर जश्न मनाया। इस तरह 19 साल;10 महीने और 10 दिन बाद अमेरिका का अफगानिस्तान में सैन्य अभियान समाप्त हो गया।